स्वर्ग का रास्ता – हर इंसान जानना चाहता है कि स्वर्ग कैसा होगा ?
कहाँ से जाते होंगे स्वर्ग ? कहाँ है स्वर्ग का रास्ता ? क्या जीवित इंसान स्वर्ग जा सकता है ?
हर इंसान जीतेजी स्वर्ग जाने का सोचता है. लेकिन ये बात बहुत कम लोगो को पता है की जीवित इंसान भी अपने पूरे शरीर के साथ आसमान से होते हुए सीधे स्वर्ग जा सकता है.
क्या आप जानना चाहते हैं स्वर्ग का रास्ता कहाँ है ?
यह बात कोई कल्पना या भ्रम नहीं यह सच है की जीवित इंसान भी स्वर्ग जा सकता है. उस जगह का नाम है स्वर्गारोह्नी जहाँ पहुँचने पर पहाड़ो के ऊपर से आसमान पर बनी तीन सीढी दूर से दिखाई देती है .
अब आप जानना चाहेंगे की यह स्वर्गारोहनी आखिर है कहाँ ?
स्वर्गारोह्नी की यात्रा उत्तराखण्ड में बद्रीनाथ धाम से की जाती है. स्वर्गारोहनी जाने के लिए बर्फीले और पहाड़ी रास्ते से होकर जाया जाता है . यह स्वर्ग जाने का वही रास्ता है जहाँ से पांचो पांडव और पांचाली स्वर्ग जाने के लिए गए थे. लेकिन रास्ते में ही एक एक करके चार पांडव और पांचाली की मौत हो गई.
और अंत में एक मात्र युधिष्ठिर एक स्वान अर्थात कुत्ते के साथ आसमान के उसकी रास्ते से जीवित शारीर के साथ स्वर्ग गए.
वह स्वर्ग का रास्ता आज भी है और उस रास्ते में कोई मिले न मिले साथ दे ना दे लेकिन स्वान इंसानों का साथ देने आ ही जाते हैं .
कहा जाता है की ये स्वान कहा से आते हैं किसी को नहीं पता लेकिन युधिष्ठिर के साथ जो स्वान स्वर्ग गए वो स्वयं यम थे जो धर्म राज युधिष्ठिर की परीक्षा लेने आये थे और युधिष्ठिर ने बिना स्वान के स्वर्ग जाने से मना कर दिया क्योंकि उस यात्रा में एक एक करके सबने युधिष्ठिर का साथ छोड़ दिया था.
लेकिन उस स्वान ने युधिष्ठिर का साथ दिया इसलिए युधिष्ठिर बिना स्वान के स्वर्ग नहीं गए और बाद में पता चला कि स्वयं यमराज स्वान बनकर युधिष्ठिर की परीक्षा लेने के लिए आये थे.
और आज भी यात्रा के अंतिम में स्वान इंसानों का साथ देने आ पहुँचते हैं.
स्वर्ग का रास्ता – यहाँ बात सत्य और प्रमाणित है तो आपको स्वर्ग का रास्ता देखना है तो स्वर्गारोहनी की यात्रा कर सकते हैं.