शोएब अहमद आतंकी – जम्मू कश्मीर के कुलगाम में एक बेबस मां ने अपने बेटे से गुहार लगाई है, कि वो आतंकी बनने की तरफ बढ़े अपने कदमों को वापस ले ले।
22 साल के शोएब अहमद आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन को ज्वाइंन कर लिया है। बमब्रत में रहने वाला 22 साल का शोएब अहमद 10 दिन से गायब था। लगातार तालाशे जा रहे बेटे की 2 दिन पहले आई खबर से मां के चेहरे की मुस्कार अभी पुरी खिली भी नहीं थी, कि जैसे ही सूचना देने वाले ने ये बताया कि वो एक आतंकी संगठन में शामिल हो गया है। मां की तो मानों पूरी दुनिया ही उजड़ गई।
परिवार से आतंकी संगठन तक का सफर
22 साल का शोएब 10 दिन पहले रोज की तरह उस दिन भी घर से कॉलेज जाने के लिए निकला था, लेकिन शाम को घर नहीं लौटा, जिसके बाद परिवार वालों ने उसकी तालाश शुरू कर दी। लगातार 8 दिनों तक तालाशनें के बाद भी शोएब अहमद का कोई सुराग नहीं मिला, लेकिन 8 दिनों बाद 9वें दिन शोएब अहमद की खबर आई कि शोएब ने अहमद आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन को ज्वाइंन कर लिया है। बेटे के इस तरह आतंकी संगठन में शामिल होने के बाद से शोएब की मां का बेहद बुरा हाल है।
क्या कहना है आतंकी बने शोएब की माँ का
अपने 22 साल के जवान बेटे को ऐसे हैवानों के साथ देखना, जिनका अपनी जान को लेकर कोई दीन ईमान नहीं होता, जो दूसरों को मौत के घाट उतारते समय चंद सैंकेड के लिए भी नहीं सोचते एक मां के दर्द को छलका देता है। मीडिया के जरिए शोएब की मां ने अपने बेटे से यह गुहार लगाई है कि वह पहले उसे जहर देकर मौत की नींद सुला दे और फिर जाकर आतंकी संगठन का हिस्सा बने। इतना ही नहीं बेटे से आतंक की राह पर न जाने को लेकर बेटे से अपील करते हुए कहा है कि ‘मैं शोएब की मां हूं, मेरा अल्लाह के सिवा कोई नहीं है… मेरे लिए उपर खुदा है और नीचे मैं खुद हूं’ साथ ही यह भी कहा कि ‘मैं उन तंजीम से अपील करती हूं कि शोएब जिन भी लोगों के साथ है, वो उसे वापस भेज दे, उसके अलावा इस दुनिया में उसके अलावा मेरा कोई नहीं है… मैंने मेहनत मजदूरी करके अपना पालन पोषण किया है, मेरा ना कोई मायका है, ना कोई ससुराल… मेरा सब कुछ शोएब है, मुझे मेरा बेटा लौटा दीजिए’।
बेबस मां ने 5 दिन में जहर खाने की दी है धमकी
अपने इकलौते सहारे को खोता देख शोएब अहमद की मां ने आतंकी संगठन से अपील की है कि वह उसे घर वापस भेज दे। वह नादान है, उससे गलती हो गई है… वह बीते 10 दिनों से घर नहीं लौटा है। उसे वो लोग जल्द घर भेज दे, वरना वो जहर खाकर अपनी जान दे देगी और उसकी मौत के बाद शोएब अहमद को जो करना है अपनी जिंदगी के साथ वह कर सकता है।
बतां दे कि शोएब अहमद के पिता भी अरशद हुसैन लोन भी हिज्बुल का आतंकी कमांडर था। एक आंतकी एनकाउंटर में अरशद हुसैन की मौत हो गई थी।