मंदिरों में प्रसाद में पकवान – भारत में बहुत अलग – अलग तरह के मंदिर है, जिनकी मान्यताएं भी अलग है ।
इनसे जुङी कहानियां भी । लेकिन किसी भी मंदिर में जब जाते है तो वहां प्रसाद जरुर मिलता है । प्रसाद भगवान को चढाए जाने वाले भोग का हिस्सा होता है। जिसे खाने से एक सूकून मिलता है । भगवान का आर्शीवाद भी प्राप्त होता है। लेकिन भारत में जैसे अलग अलग मान्यताओं वाले मंदिर है । उसी तरह वहां चढने वाला प्रसाद भी अलग अलग होता है। किसी मंदिर में प्रसाद के रुप शराब चढाए और बांटी जाती है तो कई मंदिर ऐसे भी है जिनमें नूडल्स , डोसा जैसी चीजों का भोग लगाया जाता है। यहाँ के स्वादिष्ट प्रसाद को खाकर आप रेस्टोरेंट का खाना खाना भूल जाएंगे ।क्योंकि मंदिरों में प्रसाद में पकवान मिलता है – इन पकवानों का भोग होता ही इतनी स्वादिष्ट है ।
तो चलिए आपको बताते है भारत के कुछ ऐसे ही अनोखे मंदिरों में प्रसाद में पकवान मिलते है ।
आपने उङीसा के पुरी में स्थित विश्व प्रसिद्ध भगवान जगन्नाथ के मंदिर के बारे में तो सुना ही होगा । भगवान जगन्नाथ का ये मंदिर बहुत प्राचीन है और यहां लोगों की मंदिर में बहुत आस्था भी है । इसलिए इस भव्य मंदिर में रोजाना प्रसाद के रुप में भगवान जगन्नाथ को छप्पन भोग चढाए जाते है । और यही छप्पन भोग भक्तों को भी प्रसाद के रूप में मिलते है । जिनका स्वाद आप जिंदगी भर नही मिल पाएंगे ।
कोलकाता में मां काली का एक मंदिर ऐसा है जिसे चाइनीज काली मंदिर के नाम से जाना जाता है क्योंकि यहां मां काली को प्रसाद में अलग अलग तरह के नूडल्स चढाए जाते है । और प्रसाद के तौर पर भक्तो को भी ये नूडल्स खाने को मिलते है ।
मध्यप्रदेश के परम हंस मठ में कुकीज और बिस्कुट का प्रसाद बांटा जाता है ।वही रत्नगिरी के गणपति मंदिर में बूंदी के साथ पापङ और खिचङी का प्रसाद का भोग लगाया जाता है ।
भैरव बाबा के बारे में तो हम सब जानते है जिन्हे भगवान शिव का ही रुप माना जाता है जो न्याय के देवता कहलाते हैं। भैरव बाबा के ज्यादातर मंदिरों में शराब चढाई जाती है और प्रसाद में भक्तों को भी ये शराब चखने को मिलती है ।
राजस्थान गोगामेङी मंदिर में प्रसाद के तौर पर भक्तों को प्याज और मसूर की दाल मिलती है । जिसकी खिचङी या सब्जी बनाकर खाने से भक्त की परेशानियां खत्म हो जाती है ।
भारत के सबसे अमीर मंदिरों में से एक तिरुपति बालाजी मंदिर में तो काजू बादाम के लड्डू जैसी मंहगी मंहगी मिठाइयां प्रसाद के रुप में भक्तों को दी जाती है ।
साउथ में इडली डोसा संभार बहुत फेमस है ये यहाँ की लोकल डिश है लेकिन क्या कोई ये सोच सकता है कि ये डिशश मंदिर में प्रसाद के रुप में मिले । तमिलनाडु के प्रसिद्ध मंदिर कोविल मंदिर में भगवान को डोसा और संभार का भोग लगाया जाता है और प्रसाद के रुप में बांटा जाता है ।
इसके अलावा भारत के बहुत सारे मंदिरों में पूङी और आलू की सब्जी प्रसाद के रुप में बांटी जाती है । आलू सब्जी पूङी का प्रसाद जो मंदिरों में मिलता है उसका के स्वाद का मुकाबला किसी भी फाइव स्टार का खाना नही कर सकता है। भारत में अलग अलग धार्मिक मौको पर पूङी सब्जी का भंडारा होता है ।
मंदिरों में प्रसाद में पकवान मिलता है – इनसे पता चलता है कि भारत में मौजूद मंदिर से भक्त कभी खाली पेट नही जाते । उन्हें कही स्वादिष्ट भोजन मिले न मिले लेकिन इन मंदिरों में जरुरी प्रसाद के रुप में स्वादिष्ट भोजन चखने को मिलता है ।