आध्र प्रदेश की फिल्मों यानि तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के सबसे बड़े स्टार चिरंजीवी ने अपनी 2007 में रिलीज़ हुई फिल्म शंकर दादा एमबीबीएस के बाद से फिल्मों में काम करना बंद कर दिया था।
फिल्मों के बाद चिरंजीवी कांग्रेस में शामिल होकर पर्यटन मंत्री बने और राज्यसभा के सांसद के रूप में कार्य किया। इसके बाद चिरंजीवी को कभी फिल्मों के लिए समय ही नहीं मिला।
तकरीबन दस बाद फिल्म कैदी नंबर 150 से चिरंजीवी ने फिल्मों में वापसी की।
तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के सबसे बड़े स्टार चिरंजीवी की ये 150वीं फिल्म थी।
चिरंजीवी के लाखों-करोड़ों फैंस हैं। उनकी फिल्म के रिलीज़ होते ही टिकट खिड़की पर इतनी भीड़ होती है कि दो-तीन लोग मारे जाते हैं। ऐसा हादसा एक से ज्यादा बार हो चुका है। 2003 में रिलीज़ हुई उनकी फिल्म टैगोर के दौरान टिकट खिड़की पर भीड़ की वजह से चार लोगों की मौत हो गई थी। एक बार तो एक फैन ही उन्हें छूने की कोशिश करते हुए बिजली के करंट की चपेट में आ गया था।
जब तेलुगु फिल्मों के सिनेमाघर मालिक और वितरक चिरंजीवी की किसी नई फिल्म के प्रदर्शन के दौरान घाटे में जाने लगते हैं तो वे सब चिरंजीवी की पुराने फिल्में दिखाकर अपना घाटा पूरा कर लेते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि चिरंजीवी ऐसे पहले अभिनेता हैं जिन्होंने खुद की वेबसाइट लॉन्च की थी। चिरंजीवी को अपने फिल्मी करियर के दौरान सुप्रीम हीरो का टैग मिला।
1992 में आई फिल्म घराना मोगुडु से तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के सबसे बड़े स्टार चिरंजीवी भारत के सबसे ज्यादा कमाई करने वाले एक्टर्स में शुमार हो गए थे। तब उन्हें एक फिल्म के लिए 1.25 करोड़ रुपए मिले थे जिसके बाद उन्हें अमिताभ बच्चन से भी बड़ा स्टार कहा जाने लगा था।
आपको जानकर हैरानी होगी कि तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के सबसे बड़े स्टार चिरंजीवी ने बॉलीवुड की डांसिग क्वीन हेलेन को देखकर डांस सीखा था। हेलेन के गाने पिया तू अब तो आजा को देखते हुए उन्होंने नाचना शुरु किया था। तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री में चिरंजीवी ने ब्रेक डांस करना शुरु किया था।