महादेव तक पहुंचाएं अपनी मनोकामना – संसार में सर्वश्रेष्ठ हैं भोलेनाथ और वही सबसे अधिक शक्तिशाली भी माने जाते हैं। कहा जाता है कि भोलेनाथ अन्य सभी देवी-देवताओं में सबसे बड़े हैं और इनकी शक्ति के आगे किसी और ही एक भी नहीं चलती है।
जहां एक ओर भगवान विष्णु को संसार का रचयिता कहा जाता है वहीं दूसरी ओर भगवान शिव संहारक के रूप में प्रसिद्ध हैं। योग, ध्यान, तंत्र, मंत्र, संगीत और अनेक रचनाओं का श्रेय शिवजी को जाता है। भगवान शिव एक महान तपस्वी भी हैं और इसी वजह से उनका अधिकतर समय तपस्या में लीन रहते हुए ही बीतता है। इसे समाधि भी कहा जा सकता है।
महादेव तक पहुंचाएं अपनी मनोकामना –
समाधि में लीन रहते हैं महादेव
शास्त्रों की मानें तो समाधि में लीन रहते समय महादेव श्री हरी नारायण का ध्यान करते रहते हैं और संसार की जटिल से जटिल परेशानियों का निवारण भी करते हैं। ऐसे में अगर कोई भक्त महादेव को पुकारे और उसकी भक्ति में सच्चाई ना हो तो भोलेनाथ को समाधि में उसकी पुकार सुनाई ही नहीं देती है।
एक बार भगवान शिव के समाधि में लीन होने के बाद मनुष्य तो क्या स्वयं देवी-देवता भी उन तक अपनी पुकार नहीं पहुंचा सकते हैं और महादेव की समाधि तोड़ने का सामर्थ्य और साहस किसी में नहीं है।
कलियुग में तो मनुष्य इतने सारे पापों और बुरे कर्मों का भागी बन गया है कि उसकी पुकार ईश्वर तक पहुंच पाना मुश्किल ही नहीं असंभव होता है। आज मनुष्य काम, लोभ, क्रोध से घिरा है और इसी वजह से उसे अपनी पूजा का फल नहीं मिल पाता है। एक ओर तो वह मंदिर जाकर प्रार्थना कर पुण्य कमाता है और वहीं दूसरी ओर अपने लोभ और लालच के लिए दूसरों का अहित करता है। ऐसे मनुष्य का ईश्वर कभी भला नहीं करते हैं।
मनोकामना पूर्ति का उपाय है संभव
अगर आप ईश्वर तक अपनी बात पहुंचाना चाहते हैं तो इसका भी एक हल है। वेद-पुराणों में एक ऐसी कथा का वर्णन है जिसमें महादेव तक अपनी मनोकामना पहुंचाने का तरीका बताया गया है।
महादेव का प्रिय वाहन है नंदी और महादेव के हर मंदिर में नंदी की मूर्ति हमेशा होती है। नंदी ना केवल महादेव के वाहन हैं बल्कि उनके परम भक्त भी हैं। जब भी महादेव समाधि में लीन होते हैं तो जो भी होता है, नंदी महाराज महादेव के समाधि से उठते ही उन्हें सब जानकारी देते हैं।
जब महादेव समाधि में लीन होते हैं तो ऐसे में आपकी पुकार उन तक नहीं पहुंच सकती है लेकिन एक छोटा सा उपाय कर आप अपनी बात महादेव तक पहुंचा सकते हैं।
महादेव तक पहुंचाएं अपनी मनोकामना – मनोकामना पहुंचाने का उपाय
जब भी महादेव के मंदिर जाएं तो अपनी प्रार्थना करते समय नंदी महाराज के पीछे खड़े हों ताकि आपकी मनोकामना वो भी सुन सकें। महादेव की पूजा के बाद नंदी महाराज के पैर छूकर उनके कान में धीरे-धीरे अपना मनोकामना कहें। नंदी महाराज से यह भी प्रार्थना करें कि जब भी महादेव समाधि से उठें तो नंदी जी आपकी मनोकामना उन तक पहुंचा दे।
नंदी महाराज को मनोकामना कहने का तरीका
इस तरह महादेव तक पहुंचाएं अपनी मनोकामना – नंदी महाराज के दाहिने ओर के कान में मुंह लगाकर बोलें और अपने एक हाथ से बाएं तरफ के कान को बंद कर दें ताकि एक कान से सुनी गई बात दूसरे कान से ना निकल जाए। ऐसा करने से नंदी महाराज के पास आपकी मनोकामना पहुंच जाती है और जब भी महादेव समाधि से उठते हैं तो नंदी महाराज आपकी बात उन तक पहुंचा देते हैं।