भावनाओं में बह कर हम कई बार ऐसा काम कर देते हैं, जिससे हमें खुद तो शर्मिंदागी होती ही हैं बाकि लोगों को भी शर्मिंदा होना पड़ता हैं.
आये दिन हमें किसी न किसी तरह के शोषण की खबर सुनते हैं, लेकिन इस खबर को सुनकर आप भी चौंका जायेंगे.
लन्दन में 13 साल के एक नाबालिग लड़के को जब उसके परिवार वाले घर पर एक आया के साथ छोड़ कर किसी काम से बाहर गए थे, उसी वक़्त बच्चें की देखभाल के लिए घर में मौजूद आया ने उसका शारीरिक शोषण करने की कोशिश किया और रंग-ए-हाथों पकड़ी गयी.
दरअसल लन्दन के अख़बार डेली मेल में छपी खबर के मुताबिक मैरी ऐलन मुने नाम की एक 18 साल की लड़की किसी घर में बेबी सिटर का काम करती थी. एक दिन परिवार वाले जब किसी काम से घर में मौजूद नहीं थे उस वक़्त 18 साल की मुने घर में मौजूद 13 साल के लड़के के साथ टीवी देख रही थी.
टीवी में कुछ उतेजक सीन देखा कर 18 साल की उस आया ने साथ बैठे 13 साल के नाबालिग लड़के के साथ अश्लील हरकते करना शुरू कर दिया.
यह आया सोफे में बैठे-बैठे उतेजित होकर उस बच्चे को अपने हरकतों से बहकाने की कोशिश करने लगी.
इन सारी हरकतों के वक़्त ही घर से बाहर गए परिजन लौट आये और उस आया को अश्लील हरकतें करता देख पकड़ लिया. पहले तो उन परिजनो ने उस आया की जम कर पिटाई कर दी फिर उसके बाद उसे पुलिस के पास ले जाकर गिरफ्तार करावा दिया.
वहां की पुलिस ने इस पूरी की घटना के बारे जानकारी देकर कहा कि परिजनों द्वारा दी गयी सूचना के बाद ही हमने उस लड़की को गिरफ्तार कर लिया हैं. लड़की पर आरोप हैं कि उसने 13 साल के नाबालिग़ लड़के को बहकाकर शारीरिक शोषण करने की कोशिश किया.
पुलिस ने इस पुरे मामले में ब्रिटिश कानून का हवाला देकर यह भी कहा कि इस तरह की अश्लील हरकतों के लिए हमारे कानून में अपराधियों को जेल भेजने की सज़ा तय हैं.
मैरी ऐलन मुने द्वारा की गयी इस अश्लील हरकत के बाद कोर्ट ने उसे जेल की सज़ा सुना दी हैं.
परिजनों और आसपास के लोगों द्वारा किये गए गुस्से के बाद उस लड़की को सज़ा तो दे दी गयी लेकिन सवाल यह हैं कि कानून तो कई दिनों से और कई लोगो को इसके तहत सज़ा भी मिल चुकी हैं, लेकिन क्या ऐसे लोगों की सोच में ज़रा भी बदलाव आया?
अगर बदलाव आया होता तो ऐसी घटनाएं खबरों का हिस्सा नहीं बनती.