देश के किसानों – भारत एक कृषि प्रधान देश है लेकिन फिर भी हमारे देश में किसानों की हालत बद से बदत्तर होती जा रही है.
लगभग हर साल सैकड़ों किसान कर्ज की वजह से आत्महत्या कर लेते है. हर साल सरकार किसानों के लिए कई योजनायें शुरू तो करती है लेकिन असल में इन योजनाओं का किसानों को कितना लाभ मिलता है कितना नहीं ये तो किसानों की हालत बता ही रही है. लेकिन आज हम देश के किसानों के लिए एक अच्छी खबर लेकर आये है. दरअसल अभी हाल ही में एक स्टार्टअप शुरू है जिसका नाम EM3 AgriServices है. जो देश के किसानों की मदद करने का सराहनीय काम कर रही है.
इस कम्पनी का उद्देश्य है देश के किसानों की आमदनी बढ़ाना और उन्हें कृषि से जुड़े ऐसे उपकरण किराये पर उपलब्ध कराना जो उनकी पहुँच से बाहर है. आपको बता दें कि बदलते परिवेश में खेती के परम्परागत तरीकों में भी महत्वपूर्ण बदलाव हुए है जिस वजह से अब कृषि लगभग पूरी तरह मशीनों पर आधारित हो गई है.
लेकिन गरीब किसानों द्वारा लाखों रूपये की महंगी मशीन खरीदना नामुमकिन-सा है. इसलिए EM3 AgriServices जैसी कम्पनी देश के किसानों की मदद करने को आगे आई है.
ये कम्पनी किसानों को ट्रेक्टर से लेकर महंगे थ्रेसर, हार्वेस्टर और दूसरी मशीनी चीजें किसानों को घंटे या जमीन के एकड़ के हिसाब से किराये पर देती है.
इस सम्बन्ध में कम्पनी EM3 AgriServices के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर रोहताश मल का कहना है कि अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले भारतीय किसानों के पास जमीन का केवल 1% हिस्सा ही है. जिसकी वजह से उनके लिए खेती में नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना काफी महंगा साबित होता है. इसलिए भारतीय कृषि की हालत सुधारने के लिए रोहताश मल ने अपने बेटे अद्वितीय के साथ मिलकर इस क्षेत्र में कदम रखा है.
इस कम्पनी का मकसद है कृषि मशीनों की वजह से किसानों पर पड़ने वाले आर्थिक दबाव को ख़त्म करना.
कम्पनी कॉल सेंटर के माध्यम से किसानों और मशीन उपलब्ध करवाने वाले लोगों से सम्पर्क करती है.
इसके अलावा कम्पनी के अधिकारी गाँव में जाकर भी किसानों और जन प्रतिनिधियों से संपर्क कर रहे है. फ़िलहाल ये कम्पनी मध्य भारत पर अपना ध्यान केन्द्रित कर रही है अभी इनके 10 सर्विस सेंटर है जिनकी पहुँच 8000 लोगों तक है और ये किसानों को मौसम और फसल के अनुसार मशीनें उपलब्ध करवा रहे है.
जहाँ एक तरफ़ अधिकतर कंपनियों का मकसद सिर्फ पैसा कमाना है वहां EM3 AgriServices जैसी कंपनी देश के किसानों की मदद के लिए आगे आई है और एक मिशाल कायम की है.