हमारे देश में गुरु पूर्णिमा के दीन शिष्य अपने गुरु के चरण छुकर उनका आशीर्वाद लेते है, क्योकि गुरु ने ही उन्हें समाज में हसने बोलने और खड़े रहने के काबिल बनाया है.
लेकिन आजकल की घटनाएं गुरु का नाम कलंकित कर रही है.
बिहार के कमर गावं का वाक्या हंसी का मुद्दा भी है और शर्मनाक कहानी भी.
कमर गावं के सरकारी स्कूल के मास्टर जी को पोर्न वीडियो देखना पसंद है तो वे अपने घर में ही देख लिया करे. चलती कक्षा में पोर्न देखना भारी तो पड़ना ही था.
10 वी कक्षा के विद्यार्थियों को रिवीजन कराने का आदेश देकर मास्टर जी कक्षा में पोर्न वीडयो देखने में जुट गए.
कक्षा में पोर्न वीडियो देखने तक तो ठीक था. वे छात्राओं को देख अश्लील हरकते करने पर भी आतुर हो गए.
मास्टर जी की मनमानी कुल 4 दीनो तक चली.
लेकिन एक दीन एक छात्रा ने मास्टर जी कहानी प्रधान अध्यापक तक पहुचा दी.
बस फिर क्या था – प्रधान अध्यापक ने मौके पर पहुच कर मास्टर जी को कक्षा में पोर्न विडियो देखते हुए रंगे हाथ पकड लिया और गुस्से में एक चांटा भी जड़ दिया. उनके चांटा जड़ते ही कक्षा के विद्यार्थी मास्टर जी पर टूट पड़े और उन्हें पिटा. उनमे छात्राओं के लात घुसो की संख्या ज्यादा थी.
इस मामले ने इतना तूल पकड़ा की पुलिस स्टेशन तक जा पंहुचा.
मास्टर जी पुलिस के चंगुल से तो छुट गए लेकिन नौकरी और इज्जत दोनों ही गवा बैठे.
इस तरह की घटना पहली बार नहीं हुई है. कक्षा के समय पोर्न देखते हुए कई शिक्षक पकडे जा चुके है. हैरान करने वाली बात तो ये है कि उनमे महिला अध्यापको की संख्या ज्यादा है.
मोबाइल लाने का मकसद इंसानों की सहूलियत थी. पर अब इसका दुर्पुयोग हो रहा है.
मुझे ऐसा लगता है… आपको क्या लगता है?