खबर सुनकर आप भी चैक गए न…
लेकिन हम आपको बता दे कि ये खबर सही है कि ताज महल को गिरा दिया जाएगा.
इसके लिए 30 सिंतबर की तीरीख भी तय हो चुकी है.
गिराए जाने को लेकर आरोप है कि उसके निर्माण में नियमों का नियमों का उल्लंघन हुआ है.
आप घबराइये मत ये आगरा का ताज महल नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलिया के पर्थ शहर का ताजमहल है.
भारतीय कारोबारी पंकज ओसवाल के इस निर्माणाधीन ताज महल को इसलिए गिराया जाएगा क्योंकि वे सात करोड़ डॉलर (करीब 465 करोड़ रुपये) की लागत से बनने वाले इस भवन के निर्माण नियमों में हुए उल्लंघन के लिए सरकार द्वारा लगाए गए कर को अदा नहीं कर रहे हैं.
दरअसल पंकज और उनकी पत्नी राधिका ओसवाल पर्थ के स्वान नदी के किनारे पर भारतीय शैली में एक भव्य बंगला बनवा रहे थे. जिस स्थान पर यह भवन बन रहा था वहां जहां स्वान नदी सागर में जाकर मिलती है. इसीलिए महलनुमा बंगले का नाम ताज महल ऑन द स्वान रखा गया था.
करीब 6600 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैले इस विशाल भवन में सात गुंबद, एक मंदिर, जिम, स्विमिंग पूल और 17 कारों को पार्क करने की जगह है.
आपको बता दे कि ओसवाल का आस्ट्रेलिया में फर्टिलाइजर कारोबार था. उन्होंने बुरप फर्टिलाइजर नाम से कंपनी शुरू की थी. लेकिन व्यापार में घाटा होने के बाद इसका निर्माण रोक दिया गया. एक समय उनका कारोबार छह हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा था और वह ऑस्ट्रेलिया के सबसे धनी लोगों में शुमार हो गए थे.
वर्ष 2010 में उर्वरक उद्योग तबाह होने के बाद ओसवाल दंपति महल का निर्माण कार्य बीच में ही छोड़कर दुबई चले गए थे. बताया जाता है कि उन्होंने महल बनाने के लिए 2000 में 6600 वर्ग मीटर की संपत्ति 2.5 करोड़ डॉलर में खरीदी थी. लेकिल आज स्थिति यह है कि यह दंपती ऑस्ट्रेलिया एंड न्यूजीलैंड बैंकिंग ग्रुप के खिलाफ एक अन्य मामले में कानूनी लड़ाई लड़ रहा है.
पिछले साल स्टेट ट्रिब्यूनल में दंपती ने 30 सितंबर 16 तक इमारत गिराने का वादा किया था. मगर पिछले महीने तक इस पर कुछ नहीं किया गया. लेकिन संपत्ति पर विवाद और बकाए कर को चुकाने को लेकर स्थानीय प्रशासन के साथ समझौता नहीं होने पर अब इसे ढहा दिया जाएगा.
अब शहर की काउंसिल ने इसे गिराने का ठेका दे दिया है. इस पर आने वाला खर्च ओसवाल दंपती से ही वसूला जाएगा.