आज की जिंदगी भागदौड़ और तनाव से भरी हुई है ऐसे में ख़ुशी एक ओस की बूंद जैसी लगती है.…
मातृ दिवस, पितृ दिवस! भाई दिवस, बहन दिवस! प्रेम दिवस, फ़लाना दिवस ढिमकाना दिवस!! अरे यार अब तो गिनती ही…