लड़के लडकियाँ बनकर - मैं आपकी दुविधा समझ सकती हूं, इस शीर्षक को पढ़कर आपको बहुत भी अटपटा लग रहा…
बचपन में सिखाया जाता था कि झूठ बोलना पाप है, लेकिन जवानी आते ही यही पाप पुन्य में बदल जाता…