लड़कियों की आज़ादी - आज दुनिया न जाने कहां से कहां पहुंच गई है लेकिन महिलाओं के लिए आज भी…
ओ भाई, तुम्हारी बहन को कंधे पे उठा के घर छोड़ने को कह रहा हूँ, कुछ उल्टा सीधा मत समझ…