मिर्जा गालिब - कर्ज की पीते थे मय लोकिन समझते थे कि हां …
मिर्ज़ा ग़ालिब और फैज़ अहमद फैज़ के ज़माने तो अब रहे नहीं लेकिन उन्हीं से प्रेरित हो आज भी बहुत…