बीसवीं शताब्दी में दुनिया जितनी नहीं बदली, इक्कीसवीं शताब्दी के सिर्फ़ 15 सालों में उस से कहीं ज़्यादा बदल चुकी…
नया फ़ोन आये बाजार में तो सबसे पहले खरीदना है! फिर उसे टूटने या स्क्रैचेस से बचाने के लिए महँगा…
उधार माँगने वालों की यादाश्त की बड़ी दिक्कत रहती है| उधार लेते ही भूल जाते हैं| फिर आप लग जाइए…
चेतावनी- कृपया यह पढने के बाद अपना लैपटॉप ना तोडें! आप जो पढने जा रहे हैं, एक बिलकुल सत्य घटना…