आज हमारा देश विडम्बनाओं का देश बन गया है. बातें करने के लिए यहाँ हजारों ही नहीं लाखों करोड़ों लोग…
जब हुस्न बेपर्दा होता है तो पत्थर दिल भी पिघल जाते है. मदमस्त हुस्न के आगे क्या राजा, क्या फ़कीर…
नए साल की शुरुआत में ही हमारे पडौसी देश ने अपनी नापाक हरकतों से माहौल को ख़राब कर दिया. 2…