इन तस्वीरों को देखने से पहले आपको अपने कलेजे पर पत्थर रखना होगा.
क्योंकि इन तस्वीरों में कई माताओं के कलेजों के टुकड़ों की ऐसी तस्वीर हैं जिसको देखकर पूरी दुनिया सिहर उठी है.
छोटे छोटे मासूम बच्चों पर जिस प्रकार रासायनिक गैस का प्रयोग किया गया है. सीरिया का रासायनिक गैस हमला जो इंसानियत को शर्मसार करने वाली मिसाल दुनिया में मिलना मुश्किल है.
सीरिया के इदलिब में हुए भीषण रासायनिक हमले में मारे गए और घायलों की ये वो तस्वीर है जो विश्व मीडिया में छाई हुई हैं.
सीरिया का रासायनिक गैस हमला
1 – इस रासायनिक हमले की भयावता का अनुमान तस्वीर देखकर ही हो जाता है. किस प्रकार छोटे छोटे मासूम बच्चे सत्ता की सनक के लिए जमीदोज कर दिए गए है.
2 – सीरिया के शहरों में चारों ओर मौत पसरी हुई है. लोगबाग अस्पतालों में अपने परिजनों की लाशे तलाश रहे हैं. यहां सैकडों लोगों की मौत हो चुकी है और कई सौ घायल है.
3 – इदलिब में हुए भीषण रासायनिक हमले को लेकर जहां संयुक्त राष्ट्र में विशेष बैठक बुलाई गई वही अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस इस हमले के दोषियों को सबक सिखाने के लिए एक जुट हो गए हैं.
4 – रासायनिक हमले के बाद सीरिया में अफरा तफरी का माहौल है. लोग जान बचाने के लिए जहां तहां भाग रहे हैं. वहीं संयुक्त राष्ट्र ने औपचारिक तौर पर सीरिया के इदलिब में हुए भीषण रासायनिक हमले की जांच शुरू कर दी है.
5 – अपने परिजनों के शव के सामने बैठे इस शख्स की व्यथा बताने के लिए शब्द भी कम पड़ जा रहे हैं. लेकिन सत्ता के लिए लोगों की हवस है कि थमने का नाम ही नहीं ले रही है.
6 – अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने इस हमले के पीछे सीरिया के राष्ट्रपति बशल अल असद को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है. इसके उलट सीरियाई सेना ने इस हमले से पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि वह इस तरह का हमला कभी नहीं करेगी.
7 – सीरियाई लोगों पर हुए रासायनिक हमले को लेकर यूएन सहित दुनिया के कई देशों ने इसके विरोध में आवाज उठाई है. संयुक्त राष्ट्र में दिए प्रस्ताव में कहा गया है कि सीरियाई सरकार को अपने विमानों के फ्लाइट प्लापन और लॉगबुक में लिखित जानकारी और सभी हेलीकॉप्टर की स्कोर्डन और एयरबेस की जानकारी संयुक्त राष्ट्र को मुहैया करवानी चाहिए.
8 – हालांकि इस भीषण हमले पर अभी तक रूस और चीन का रुख सामने नहीं आया है. रूस सीरिया में असद सरकार के समर्थन में विद्रोहियों पर लगातार बमबारी कर रहा है.
9 – सीरियाई सरकार इससे पहले वर्ष 2014 और 2015 में तीन बार अपने नागरिकों पर इस तरह के अटैक कर चुकी है. वहीं एक बार आईएस ने मस्टर्ड गैस का इस्तेमाल कर यहां कई लोगों की जान ले ली थी.
10 – वर्ष 2013 में सीरिया अपने सभी केमिकल वैंपस को खत्म करने पर राजी हुआ था. लेकिन एक फेसबुक पोस्ट में दावा किया गया कि क्लोरीन गैस वाले चार थर्मोबेरिक बम गिराए गए.
ये है सीरिया का रासायनिक गैस हमला – रासायनिक हमले के बाद सीरिया के भविष्य को लेकर भी अटकले शुरू हो गई है. अमेरिका और मित्र राष्ट्र जिस प्रकार इसको लेकर कड़ा रूख अपनाए हुए हैं उसको देखते हुए रासायनिक हमले के बाद राष्ट्रपति बशर अल असद की मुश्किलें बढ़ना तय है.
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