लगता है भाजपा महिला मोर्चा की नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष स्वाति सिंह शोले फिल्म के गब्बर से बहुत प्रभावित है.
शोले फिल्म के खलनायक को ठाकुर के हाथ चाहिए थे तो उत्तर प्रदेश की इस सियासी ठकुराइन को बसपा के दिग्गज नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी और रामअचल राजभर की अगुंलियां चाहिए।
हाल में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के विजयदशमी कार्यक्रम में अध्यक्ष स्वाति सिंह ने इशारों ही इशारों में कहा कि मां-बेटियों की तरफ कोई उंगली उठाए तो उसकी उंगली को काट दो.
हालांकि बाद में बात को संभालते हुए उन्होंने उंगली काटने का मतलब मुंहतोड़ जवाब देना बताया. लेकिन उनके तेवर और बयानों की तल्खी बता रही है कि स्वाति अपने और अपनी बेटी के ऊपर अभद्र टिप्पणी करने वाले बसपा के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी व प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर को भूली नहीं हैं.
गौरतलब है कि क्षत्रिय महासभा ने अध्यक्ष स्वाति सिंह मामले में बसपा का विरोध किया था. स्वाति और उनकी बेटी पर अभद्र टिप्पणी से गुस्साए लोगों ने आगरा में नसीमुद्दीन सिद्दीकी की गाड़ी में जमकर तोडफोड़ भी की थी. इससे घबराईं मायावती ने आगरा रैली में नसीमुद्दीन को नहीं बुलाया.
उनका यह कहना कि इन नेताओं ने उनके और उनकी बेटी के लिए जो अभद्र टिप्पणी की, उसकी सजा उन्हें अभी नहीं मिली. ये बताता है कि स्वाति अपमान और क्रोध की अग्नि में किस कदर अंदर तक जल रही है. बदले की आग में जल रही स्वाति है तब तक चैन से नहीं बैठने वाली है जब तक इन नेताओं को सलाखों के अंदर न पहुंचा दे.
अध्यक्ष स्वाति सिंह का सभा में आए लोगों से यह अपील करना कि इन नेताओं को सबक सिखाने के लिए सर्व समाज को आगे आना चाहिए बताता है कि राजनीति धु्रवीकरण कर वे आगामी चुनाव में उनको सबको सिखाना चाहती हैं.
अध्यक्ष स्वाति सिंह जिस चालाकी से अपनी बात रख रही हैं उससे लगता है कि उनके निशाने पर बसपा के साथ सपा भी हैं.
नसीमुद्दीन सिद्दीकी और रामअचल राजभर की गिरफ्तारी नहीं होने के लिए अध्यक्ष स्वाति सिंह मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी नहीं बख्श रही है. मैं मुख्यमंत्री से पूछती हूं कि कार्रवाई नहीं करानी थी तो पास्को क्यों लगाया, शायद बुआ-भतीजे का रिश्ता है. इसलिए अखिलेश यादव कार्रवाई से बच रहे हैं।
स्वाति सिंह ने कहा कि यदि नसीमुद्दीन सिद्दीकी व रामअचल राजभर को जवाब नहीं दिया तो उनके हौसले बुलंद होते जांएगे और वे इसी प्रकार महिलाओं और बेटियों के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करते रहेंगे.
स्वाति सिंह ने कहा कि अब समय आ गया है कि ऐसे लोगों को उसी तरह का जवाब चुनाव में दिया जाए.