पाकिस्तान का कटासराज मंदिर – भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बाद भले ही पाकिस्तान एक मुस्लिम देश के रुप में जाना जाता है लेकिन आज भी पाकिस्तान में हिंदुओं के कई ऐतिहासिक मंदिर स्थित है.
पाकिस्तान में स्थित कई हिंदू मंदिरों की अपनी एक अलग ही मान्यता है.
पाकिस्तान के पंजाब के चकवाल ज़िले में स्थित पाकिस्तान का कटासराज मंदिर ना सिर्फ ऐतिहासिक नज़रिए से अहमियत रखता है बल्कि यह मंदिर आज भी इतिहास की कई परतों को खुद में समेटे हुए है.
लेकिन इन दिनों पाकिस्तान का कटासराज मंदिर काफी चर्चा में है क्योंकि कटासराज मंदिर से गायब हुई मूर्तियों को लेकर पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने पाक सरकार के लिए एक फरमान जारी किया है.
पाकिस्तान का कटासराज मंदिर जहाँ से गायब हुई मूर्तियां
दरअसल पाकिस्तान का कटासराज मंदिर जिनसे लेकर यह मान्यता है कि जब माता सती की मृत्यु हुई थी तब भगवान शिव इतना रोए थे कि उनके आंसुओं से यहां एक तालाब बन गया था जिसे शिव तालाब के नाम से जाना जाता था लेकिन अब ये 20 फीट गहरा शिव तालाब सूख चुका है. क्योंकि यह पवित्र स्थान माता सती और शिव से संबंधित है इसलिए इस जगह को हिंदूओं के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक माना जाता है.
बताया जाता है कि भगवान शिव के इस मंदिर में भगवान श्रीराम और हनुमान जी की भी मूर्तियां थी जो अब गायब हो चुकी हैं. इस मंदिर से गायब होती देवी-देवताओं की मूर्तियों के विषय में जब दुनियाभर में फैले हिंदूओं के बीच चर्चा हुई तब जाकर पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को संज्ञान में लिया है और अपना फरमान जारी करते हुए पाक सरकार को इस मामले में जवाब देने के लिए कहा है.
सुप्रीम कोर्ट ने मांगा पाक सरकार से जवाब
जब पाकिस्तान का कटासराज मंदिर से मूर्तियों के गायब होने का मामला कोर्ट में पहुंचा तब इस मामले की सुनवाई करते हुए पाक सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इस मामले में अब कोई निचली अदालत सुनवाई नहीं करेगी. सिर्फ सुप्रीम कोर्ट ही इस मामले को देखेगा.
इस मामले में कोर्ट ने पाकिस्तान सरकार की खिंचाई करते हुए उससे जवाब तलब किया है. इतना ही नहीं पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश ने पाक सरकार से यह भी पूछा कि प्रशासन इस मामले में लापरवाही क्यों बरत रहा है? इससे पाकिस्तान में रह रहे अल्पसंख्यक हिंदुओं के बारे में दुनियाभर में क्या धारणा बनेगी?
आपको बता दें कि मुख्य न्यायाधीश जस्टिस मिंया साकिब निसार की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय बेंच ने इस मामले पर सुनवाई की. दरअसल मंदिर से मूर्तियों के गायब होने का पाकिस्तान में ये पहला मामला नहीं है. भारत में बाबरी मस्जिद तोड़े जाने के बाद पाकिस्तान में हिंदूओं के बहुत सारे मंदिर तोड़े गए थे.
‘हिस्टोरिक टेम्पल्स इन पाकिस्तान अ कॉल टू कंशियन्स’ नाम की किताब लिखने वाली रीमा अब्बासी के मुताबिक हिंदू मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया है और पाकिस्तान में स्थित हिंदू मंदिर आमतौर पर भूमाफियाओं के निशाने पर रहते हैं.
गौरतलब है कि पाकिस्तान में ना सिर्फ हिंदू धर्म के मंदिरों बल्कि वहां रह रहे अल्पसंख्यक हिंदूओं के अस्तित्व पर भी खतरा मंडरा रहा है. अगर ऐसा ही चलता रहा तो एक दिन ऐसा भी आएगा जब पाकिस्तान में ना तो एक भी हिंदू मंदिर बचेगा और ना ही एक भी हिंदू इंसान.
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