भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान इन दिनों हवाई पट्टी को छोड़कर एक्सप्रैस वे पर उड़ान भर रहे हैं.
नोएडा आगरा यमुना एक्सप्रैस के बाद अब आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर लड़ाकू विमानों की लैंडिंग ने केवल भारतीयों को बल्कि पड़ोसी देशों को भी चैंका दिया है.
आखिर क्या वजह है कि भारतीय वायु सेना हवाई पट्टी को छोड़कर अपने सुखोई और मिराज जैसे लड़ाकू विमानों को सड़क पर उतार रही है. 18 नवंबर को भारतीय वायु सेना ने उत्तर प्रदेश के नवनिर्मित आगरा लखनऊ एक्सप्रैस वे पर सुखोई विमान की लैंडिंग और टेक आफ कराया.
यही नहीं, आगामी 21 नवंबर की दोपहर एक बजे ग्वालियर से 4 मिराज 2000 और बरेली एअरफोर्स स्टेशन से 4 सुखोई विमान उड़ान भरने के बाद एक्सप्रैस वे पर लैंडिंग करेंगे.
यह आठ लड़ाकू विमान करीब 300 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से एक्सप्रेस वे पर दो किलोमीटर लैंडिंग करते हुए बिना रुके वापस उड़ जाएंगे. इसके अलावा उस दिन तीन सुखोई विमान आसमान में फ्लाई पास्ट का प्रदर्शन भी करेंगे.
दरअसल, वायुसेना यह परखना चाहती है कि वह इमरजेंसी और युद्ध के समय आगरा एक्सप्रेस का इस्तेमाल कर सकेगी या नहीं.
रक्षा मामलों के जानकारों का मानना है कि वायुसेना के लिए युद्ध के समय एक्सप्रेस एक बेहतर विकल्प होता है, क्योंकि दुश्मन के पास हमारे सभी वायुसेना स्टेशनों की जानकारी होती है. ऐसे में यदि युद्ध के समय वायुसेना स्टेशनों पर हमला होता है तो वायुसेना के पास आपातकाल में एक और विकल्प रहेगा, जिसकी भनक दुश्मन को नहीं लग सकेगी.
आपको बता दे कि आगरा से नोएडा और लखनऊ को जोड़ने वाले ये दोनों एक्सप्रैस वे वायुसेना के आगरा स्टेशन से नजदीक पड़ते हैं।
लेकिन एक्सप्रेस वे पर लड़ाकू विमानों की लैंडिंग के लिए एक्सप्रेस वे की गुणवत्ता इतनी अच्छी होनी चाहिए कि उस पर 300 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से विमान की लैंडिंग हो सके.
गौरतलब है कि पाकिस्तान वायु सेना इसी तरह अपने यहां हाईवे का इस्तेमाल करती है. उरी हमले के बाद उसने पिछले दिनों अपने यहां के एक्सप्रेस हाईवे पर लड़ाकू विमानों की लैंडिंग कराई थी.
हालांकि भारतीय वायुसेना ने भी इससे पहले 20 मई 2015 को यमुना एक्सप्रेस वे पर मिराज 2000 विमानों की लैंडिंग करायी थी.
आपको बता दें कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 21 नवंबर को आगरा एक्सप्रेस वे का लोकार्पण करेंगे. भारतीय वायुसेना लोकार्पण से पहले एक्सप्रेस वे पर वायुसेना के सुखोई और मिराज 2000 लड़ाकू विमान दोपहर एक बजे आगरा एक्सप्रेस वे पर दो किलोमीटर तक अपनी पूरी क्षमता से रफ्तार भरेंगे.
बहरहाल, आगरा एक्सप्रेस वे पर लड़ाकू विमानों की लैंडिंग को देखने मध्य वायुसेना कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ एयर मार्शल एसबीपी सिन्हा भी कार्यक्रम स्थल मौजूद रहेंगे.