सुब्रमण्यम स्वामी – रावण हमारी लाइफ से कभी नहीं जाएगा और ना ही इतिहास से।
रावण का वर्चस्व ऐसा है कि राम से ज्यादा उसकी बात होती है। कभी कोई उसे अच्छा बताने की बात करता है तो कभी किसी जाति द्वारा उसकी पूजा करने की बात सामने आती है। हाल ही में भाजपा के एक बड़े नेता ने रावण से जुड़ा एक बड़ा बयान दिया है।
भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने दिया बयां
भाजपा के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने यह बयां दिया है। सुब्रमण्यम स्वामी भाजपा के एक बड़े नेता माने जाते हैं और वे पूर्व वित्त मंत्री भी रह चुके हैं। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि रावण लंका से नहीं बल्कि नोएडा से था।
नोएडा में हुआ है रावण का जन्म
बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि रावण का जन्म लंका में नहीं बल्कि नोएडा (उत्तर प्रदेश) स्थित बिसरख गांव में हुआ था। स्वामी ने कहा कि तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि (दिवंगत) का मानना था रावण उन्हीं की तरह एक द्रविड़ था लेकिन ऐसा नहीं है और वह एक ब्राह्मण था।
गोवा के एक कार्यक्रम में कहा
बीते रविवार को गोवा में एक कार्यक्रम था। इस कार्यक्रम में स्वामी बतौर मेहमान शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम में भाषण देने के दौरान बीजेपी सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि रावण का जन्म नोएडा में हुआ था, न कि लंका में। दक्षिण गोवा में एक समारोह में स्वामी ने दावा किया कि रावण का जन्म राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के नोएडा स्थित बिसरख गांव में हुआ था। स्वामी ने कहा, ‘राम इन लोगों के लिए नफरत के पात्र थे, क्योंकि वह उत्तर से थे और उन्होंने लंका के रावण को मारा था और वह द्रविड़ थे। रावण लंका से नहीं था। उसका जन्म दिल्ली के समीप एक गांव में हुआ था। उस गांव का नाम बिसरख है और वह आज नोएडा है जहां आप जा सकते हैं और देख सकते हैं।
इस कार्यक्रम में उन्होंने स्वर्गीय नेता करुणानिधि की बात को भी खारिज कर दिया। तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि (दिवंगत) ने एक बार कहा था कि लंका के राजा रावण उन्हीं की तरह एक द्रविड़ थे। स्वामी ने इस बात को खारिज करते हुए कहा कि रावण द्रविड़ नहीं ब्लिक ब्राह्मण था।
मानसरोवर में की थी तपस्या
उन्होंने आगे अपनी जानकारी का परिचय देते हुए कहा कि रावण ने मानसरोवर में तपस्या की थी, जिसके बाद भगवान शिव ने उन्हें एक वरदान दिया। वरदान में उसे कई सारी शक्तियां प्राप्त हुई जिससे वह लंका का राजा बना।
कुबेर को हराकर बना था लंकानरेश
स्वामी ने कहा कि रावण शिव से प्राप्त हुई शक्तियों का इस्तेमाल करने के लिए लंका गया और वहां अपने चचेरे भाई कुबेर को हराकर ‘लंका नरेश’ बन गया। उन्होंने कहा, ‘वह ब्राह्मण था..वह सामवेद का ज्ञाता था और करुणानिधि मानते थे कि वह उनके जैसे हैं और इसलिए करुणानिधि मेरे द्वारा किए गए उस हरकुछ के खिलाफ थे, जो द्रविड़ विचारों के अनुरूप नहीं था।’
तो यह था सुब्रमण्यम स्वामी जी का ज्ञान जिसके आधार पर लंका नोएडा का था और वह पूरी तरह से भारतीय था। अब इसके बारे में आपको कोई संदेह नहीं होना चाहिए।
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