राजस्थान में उदयपुर को झीलों की नगरी कहा जाता है. इस शहर की सुन्दरता वेनिस जैसी ही है. उदयपुर शहर में झालोड़ की पहाड़ियों में एक प्राचीन शिव मंदिर स्थित है.
इस मंदिर में दर्शन और पूजा अर्चना करने के लिए बहुत से लोग आते है. इस शिव मंदिर की सबसे खास बात है कि यहाँ भगवन शिव के साथ रावण की भी पूजा होती है. कमाल की बात ये है कि इस मंदिर में रावण की पूजा किये बगैर शिव की पूजा अधूरी मानी जाती है.
ऐसा क्या हुआ था यहाँ जो रावण को भगवान् से पहले पूजा जाता है. उस रावण को जिसका पुतला दशहरे पर बुराई के प्रतीक के रूप में जलाया जाता है .
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