सिकंदर ने कराया था मंदिर का निर्माण
कहा जाता है कि जब सिकंदर ने भारत पर आक्रमण किया था तो उसने एक फ़कीर को इस शिवलिंग की पूजा करते देखा. फ़कीर के सम्मान में सिकंदर ने शिवलिंग के चारों और चारदीवारी और चबूतरा बनवाया. सिकंदर द्वारा बनवाए गए इस चबूतरे और चार दिवारी के अवशेष आज भी व्यास नदी के पास मिलते है.