5) द गोब्लिन शार्क
वैज्ञानिकों ने इस शार्क परिवार की सबसे पुरानी मछली को “जीवित खनिज पदार्थ” का नाम दिया है! कारण है कि ये मछली वैसे तो आपको आसानी से मिलेगी नहीं और मिल भी गयी तो आपको ये एहसास करवाएगी कि इसे जीने के लिए ना तो ज़्यादा कुछ चाहिए और ना ही वो मेहनत करने के लिए तैयार है! बस यहीं-वहीं पड़े रहना, तैरते रहना इसका काम है! और हाँ, इसका ये डरावना रूप भी बस दिखावे के लिए ज़्यादा काम आता है! बड़ी ही बोरिंग किस्म की मछली है ये!