थाईलैंड में राजन काफी समय से छुपकर रह रहा था. एक टिप के बाद शकील ने राजन पर हमला करवाया. इस हमले में राजन को गोलियां लगी और वो बुरी तरह जख्मी हो गया. कहा जाता है स्थानीय सहयोग और भारत के एजेंट की मदद से बुरी तरह जख्मी राजन वहां से निकल गया. इस हमले के बाद दाऊद के गैंग ने राजन के गैंग के लोगों को चुन चुन कर मारना शुरू कर दिया.
इसका नतीजा ये हुआ कि एक समय में D कम्पनी को टक्कर देने की क्षमता रखने वाला राजन गैंग बिखर गया. लेकिन राजन ने अपने ऊपर हुए हमले का बदला लेने की ठान ली. 2001 में दाऊद को राजन का पता देने वाले दोनों खबरियों की हत्या कर दी गयी. इन दोनों की हत्या से दाऊद को कोई खास फर्क नहीं पड़ा.
और फिर उसके बाद आया राजन का मास्टर स्ट्रोक… जिसने D- कम्पनी को हिला दिया