हत्या, वसूली, जमीन जायदाद आदि से सम्बन्धित बहुत से मामलों में भारत सरकार को राजन की तलाश थी. लेकिन राजन इतना शातिर था कि हर बार चंगुल से निकल जाता था. राजन के खिलाफ इंटरपोल का रेड कार्नर नोटिस भी जारी था. कल 26 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलियन पुलिस की टिप के बाद इंडोनेशिया में राजन को धर दबोचा गया.
20 साल के इंतज़ार के बाद आखिरकार राजन कानून की गिरफ्त में आ ही गया. सूत्रों की माने तो भारतीय रक्षा एजेंसी NSA बहुत समय से राजन पर नज़र रखे थी.
अरुण गवली पहले से ही जेल में है और अब राजन भी पकड़ा गया.
आशा करते है कि राजन दाऊद के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ देगा और फिर जिस दिन दाऊद भी सलाखों के पीछे चला गया उस दिन मुंबई अंडरवर्ल्ड के काले साम्राज्य के तीनों सिपहसलार एक इतिहास बनकर रह जायेंगे.