जीवन शैली

आपकी पेट की समस्या का ज़िम्मेदार हो सकता है शनि !

पेट की समस्या – हम सभी स्वस्थ रहना चाहते हैं लेकिन ना चाहते हुए भी गाहे बगाहे बीमारियां हमे घेर लेती हैं और कुछ लोगों के साथ कुछ ऐसा संयोग बनता है कि वो एक बीमारी से स्वस्थ नहीं हो पाते कि दूसरी बीमारी उन्हे घेर लेती है।

बीमारियों के लिए सिर्फ हमारा गलत लाइफस्टाइल ही ज़िम्मेदार नहीं होता बल्कि इसके पीछे कईं ज्योतिष संबधी कारण भी छिपे हैं।

यूं तो कईं लोग इन बातों को सिरे से नकारते हैं लेकिन फिर भी कही ना कही इन बातों पर भरोसा आज भी कायम है। सभी रोगों की उत्पत्ति के पीछे कोई ना कोई ग्रह अवश्य जिम्मेदार होता है।

पेट की समस्या –

हमारा शरीर कईं अंगों से मिलकर बना है और ज्योतिष के अनुसार हर ग्रह हमारे शरीर के अलग-अलग  अंग को संचालित करता है और विशेष प्रभाव डालता है। और यही ग्रह जब अशुभ प्रभाव डालते हैं तो शरीर में कईं प्रकार के रोग भी उत्पन्न हो जाते हैं।

अगर बात पेट से संबधित रोगों की करे तो इसके लिए शनि मुख्य तौर पर ज़िम्मेदार होता है। शनि अन्य ग्रहों के साथ मिलकर पेट के कईं प्रकार के रोगों को जन्म देता है। सूर्य और चंद्रमा के साथ मिलकर शनि पेट से जुड़ी कईं बीमारियों के उत्पन्न होने का कारण बनते हैं।

वैसे भी सूर्य या चंद्रमा दुर्बल स्थिति में होने पर पेट से जुड़ी कईं परेशानियां लेकर आते हैं और जब इन पर शनि ग्रह की छाया पड़ती है तो ये एसिडिटी, अपच को और भी बढ़ा देते हैं। बदहजमी की सामान्य सी समस्या भी भयंकर रूप में उभर कर सामने आती है और व्यक्ति के लिए परेशानी का कारण बनती है।

इसके अलावा बुध और बृहस्पति ग्रह पर जब शनि की छाया पड़ती है ये लिवर संबधी परेशानियों को जन्म देती है। अगर चंद्रमा, बृहस्पति व बुध पर शनि का प्रभाव हो जाए तो लिवर कमज़ोर हो सकता है। अगर बुध पर शनि का अशुभ प्रभाव पड़े तो व्यक्ति को आंतों संबधी समस्याएं होने लगती है।

वही बृहस्पति ग्रह पर शनि की अशुभ युति होने की स्थिति में व्यक्ति को पीलिया हो सकता है। अशुभ शनि की युति आंतों की परेशानियां मसलन कब्ज, बवासीर का कारण भी बनती है।

सिर्फ यही नहीं, अगर शनि ग्रह, शुक्र ग्रह के साथ मिल जाए तो भी ये परेशानी देने वाला होता है। इस स्थिति में व्यक्ति के शरीर में खून की कमी हो सकती है और उसे एनीमिया या इसी प्रकार की किसी समस्या से गुज़रना पड़ सकता है।

शुक्र को धातु का कारक माना जाता है इसके खराब होने की स्थिति में व्यक्ति के शरीर में लौह तत्व की कमी भी होने लगती है। शनि और शुक्र के मेल की स्थिति में व्यक्ति के शरीर में पोषक तत्वों की कमी भी होने लगती है।

इस प्रकार पेट की समस्या के लिए शनि ज़िम्मेदार होता है और किसी जानकार ज्योतिष की मदद से आसानी से शनि को प्रसन्न कर इन समस्याओं से निजात पाया जा सकता है। अगर ये जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें।

 

Deepika Bhatnagar

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