4. ईश्वर में आस्था ना रखने वाली-
चाणक्य का मत था जो स्त्री भगवान में विश्वास नहीं रखती है उससे दूर रहने में ही भलाई है. ऐसी स्त्री अपने परिवार में फूट डालने वाली हो सकती है.
चाणक्य की माने तो अच्छी स्त्री वही है जो धार्मिक, कामकाज में निपुण, सत्यनिष्ठ और अपने पति के लिए वफादार हो.चाणक्य के नारी के बारे में विचार को कुछ लोग नारी विरोधी भी मानते है. शायद महिला से चाणक्य का दूर का नाता ही रहा है इसलिए शायद वो उन्हे समझने में शायद कुछ हद तक चूक गए हो.