3. कुसंस्सकारी-
चाणक्य का मत है जो स्त्री संस्कारी ना हो और चरित्रहीन हो वो कितनी ही सुंदर क्यों ना हो उससे दूर रहने में ही भलाई है ऐसी स्त्री से कभी शादी नहीं करना चाहिए. अगर कोई लड़की देखने में सुंदर ना हो पर संस्कारी हो तो उसके साथ विवाह कर लेना चाहिए. अगर किसी स्त्री का चरित्र अच्छा नहीं होगा तो वो दूसरे पुरूष की तरफ आकर्षित होगी.