अगर आपको दो रुपये कुछ खरीदने के लिए दिए जाएं तो आप यह कहते हुए मना कर देंगे कि दो रुपये में तो बच्चों की ढ़ंग की टॉफी भी नहीं आती। जिस दो रुपये में आप कुछ नहीं खरीद सकते उस दो रुपये में स्पाइस जेट एयरलाइंस को एक व्यक्ति ने खरीद लिया था।
इस पर यकीन करना नामुमकिन है लेकिन यह सच्चाई है।
दो साल पहले प्रसिद्ध एयरलाइन कम्पनी स्पाइस जेट की हालत बहुत खराब थी। कम्पनी बर्बाद हो रही थी तभी इसे भारतीय बिजनेसमैन अजय सिंह से मात्र दो रुपये में खरीदा। वर्तमान में यह एयरलाइन सबसे सस्ती एयर यात्रा सुविधा देने वाली कम्पनी है।
अजय सिंह से तत्कालीन मालिक कलानिधि मारन से 58.46 प्रतिशत शेयर सिर्फ 2 रुपये में ले लिए। उस समय कालनिधि की कम्पनी केएएल एयरवेज प्रा. लि. के पास इसका मालिकाना हक था। इस बात का खुलासा ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में हुआ है।
मामले का खुलासा तब हुआ जब दिल्ली के हाई कोर्ट में कन्वर्टिबल सिक्यॉरिटीज विवाद गया। पहली बार किसी कम्पनी का अधिग्रहण कास्ट अदा किए बगैर ही किया गया।
कभी 2.2 मिलियन डॉलर का बिल भुगतान न कर पाने के कारण स्पाइस जेट को बंद करना पड़ा था। आज यह बड़ी कम्पनियों में से एक है। नियम यह है कि अगर कोई लिस्टेड कम्पनी का कोई अधिग्रहण करता है तो उसे इसकी कीमत का खुलासा करना पड़ता है पर स्पाइस जेट के मामले में इसका खुलासा न तो अजय सिंह ने किया न ही कलानिधि मारन ने।
इतिहास की यह सबसे सस्ती डील थी।
अब तक इतनी कम किमत पर कोई भी डील नहीं किया गया। अब इसे कलानिधि की बदकिस्मती कहिए या फिर अजय सिंह कि किस्तम। अजय सिंह ने इसका अधिग्रहण करने के बाद इसमें अपनी पूरी जान फूंक दी जिसका नतीजा है कि यह आज सबसे सस्ती और सबसे अच्छी विमान सुविधा उपलब्ध कराने वाली कम्पनी बन गई है।