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50-60 रूपए कमाने वाले ने अपनी माँ को गिफ्ट की इतनी महंगी गाडी !

माँ को कार गिफ्ट

माँ को कार गिफ्ट – क्या कभी आप सोच सकते हैं कि जो व्यक्ति ५०-६० रूपए कहा रहा हो वो अपने घर में किसी को गाड़ी गिफ्ट कर सकता है?

शायद आप सपने में भी ये न सोच पाएं. लाज़मी भी है. रोज़ का इतना कम कमाने वाले दो जून की रोटी तो खा ही नहीं सकते और गाड़ी खरीदने की बात ही अलग है.

लेकिन एक व्यक्ति ऐसा है जिसने अपनी माँ को कार गिफ्ट की है. आखिर कैसे वो इतना सब कर पाया. क्या उसकी किस्मत पलट गई या उसे कहीं से कोई खजाना मिल गया.

ये कोई और नहीं बल्कि भोजपुरी सिंगर मोहन हैं.

मोहन की लाइफ में बहुत उतार चढ़ाव आए हैं. गरीब घर में जन्म लेना उसके बाद खुद भी एक एक रोटी के लिए जुगाड़ करना. कभी 50-60 रूपये के लिए शादियों और ऑर्केस्टा में गाना गाने वाला भोजपुरी सिंगर मोहन राठौर आज स्टार बन चुके है.

आज बच्चे बच्चे की जबान पर मोहन का नाम है.

एक समय था जब मोहन सिर्फ ५० रूपए कमाते थे.

उस वक्त की गरीबी उनके खून में इस तरह से मिल गई थी कि अमीर होने के लिए खूब सपने देखे और जीतोड़ मेहनत किया. कुछ सालो पहले मोहन राठौर और उनका परिवार झोपड़ी में रहा करते थे, लेकिन आज के समय में मोहन राठौर ने अपने परिवार वालो के लिए एक आलिशान मकान बनवाया है.

इतना ही नहीं कुछ सालों पहले मोहन राठौर की घर की परिस्थिति ऐसी थी की उन्हें ज्यादातर एक समय भूखे ही रहना पड़ता था. इसे ही कहते हैं किस्मत कैसे बदल जाती है.

आज भले ही उन्हें लोग भोजपुरी स्टार के नाम से जानते हो लेकिन उनके जीवन में कुछ ऐसी भी परिस्थिति थी की उनके पास ढोलक खरीदने के लिए पैसे तक नही थे. वे और उनके भाई दोनों ही गांव-गांव जाकर कुश्ती के अखाड़े में कुश्ती लड़ते थे और जितने पे उन्हें 10-20 रुपया इनाम के तौर में मिलते थे. उन्हें गाना गाने का बहुत शौक था, इसलिए वे गांव के छोटे-मोटे कार्यक्रमो में गाना भी गाये करते थे. उन्होंने साल 2005 में ऑर्केस्टा में गाना शुरू किया, जिसके लिए लोग उन्हें 50-60 रूपये देते थे. बस एक बार सोच कर देखिये तो आपको असंभव सा लगेगा. ऐसा हो ही नहीं सकता.
मोहन सिर्फ यही नहीं करते थे, बल्कि अपने पिता के साथ साइकिल पर कपडे रखकर गाँव में बेचा करते थे ताकि इससे भी कुछ मिल जाए. गाना अच्छा गाने के वजह से गांव के ही श्यामनारायण गुप्ता ने मोहन राठौर को अपना शिष्य बना लिया.
2007 में महुवा चैनल के प्रोग्राम में मोहन राठौर ने हिसा लिया और जहां से उन्होंने फाइनल में 20 लाख रूपये जीते. कुछ ही दिनों बाद उन्हें एक पहला एल्बम मिला जो होली का था और उन्हें उस एल्बम के लिए 3000 रुपए दिए गए थे. मोहन राठौर ने अब तक 50 से ज्यादा भोजपुरी फिल्म में गाना गा चुके है साथ ही उन्होंने 28 से ज्यादा एल्बम और 100 से ज्यादा स्टेज शो कर चुके है. और आज मोहन राठौर अपने मेहनत और अपनी आवाज के वजह से करोड़ो कमाए और आज अपनी माँ को कार गिफ्ट की जिसकी कीमत  18 लाख है.
माँ को कार गिफ्ट – ये जीता जागता उदाहरण है हम सभी के लिए कि कैसे कोई इस कदर किस्मत से लड़कर सफलता की ऊँचाई पर पहुँच सकता है. आप भी कर सकते हैं.