4. गिलहरी-
कहते हैं कि भगवान् राम जब अपने वनवास में थे तब एक बार रास्तें में चलते हुए एक गिलहरी उनके पैरों के नीचे आ गयी थी. भगवान् राम को जैसे ही यह ज्ञात हुआ उन्होंने ने तुरंत उस गिलहरी को हाथ में लेकर क्षमा मांगी और प्यार से गिलहरी के छोटे शरीर पर अपनी तीन उंगलियाँ फेरी. मान्यता हैं कि गिलहरी के पीठ पर दिखने वाली तीन धारियों भगवान् राम की उँगलियों से बनी थी.