जैसे ही 2000 के नोट लोगों के हाथ लगे तो तुरंत यह नोट वायरल होने लगा था.
लोगों ने 2000 के नोट के साथ सेल्फी ली और अपने घरों में रख दिया किन्तु असली खेल तब शुरू हुआ जब 2000 के नये नोट को लेकर तरह-तरह की बातें की गयी. कुछ लोग बता रहे हैं कि इस 2000 के नोट में बड़ी गलतियाँ की गयी हैं. सरकार ने इस तरह के सन्देश फैलाने के खिलाफ कार्यवाही करने की तैयारी भी कर ली है.
तो आज हम आपको 2000 के नोट का वायरल का सच बताते हैं जिसके अंतर्गत बोला जा रहा है कि 2000 के नोट पर व्याकरण की गलतियाँ हैं और सरकार इनको वापस लेगी. असल में यह खबर झूठी है और सरकार को बदनाम करने के लिए फैलाई जा रही है.
आपको हम आज 2000 के नोट के पीछे का पूरा सच बताते हैं –
नहीं है कोई गलती –
बताया जा रहा है कि नोट के ऊपर दो बार दोन हजार रुपया और दोन हजार रूपये लिखा गया है. जनता को भ्रमित किया जा रहा है कि एक बार अधिक दोन रूपये लिखे गये हैं और साथ ही साथ दो को दोन लिखा गया है. इस तरह की बातों के अलावा बोल जा रहा है कि सरकार जल्दी ही अब दो हजार के नोट को भी वापिस लेगी.
तो आपको सबसे पहले तो यह बता दें कि कोंकणी और मराठी भाषा में दो को दोन ही लिखा जाता है. साथ ही साथ रूपये के ऊपर हिंदी और अंग्रेजी भाषा के अलावा अन्य 17 भाषाओं में भी रुपए की करेंसी को शब्दों में लिखा जाता है. इसलिए यहाँ आपको पहले कोंकणी भाषा में दोन हजार रूपए नजर आये हैं और बाद में यही मराठी में लिखा है.
झूठी है नोट वापिस लेने की खबर –
जो लोग सोशल साइट्स पर यह खबर फैला रहे हैं कि 2000 के नोट में गलतियों की वजह से इसको वापस लिया जायेगा तो उनके ऊपर सरकार कार्यवाही की योजना बना चुकी है. असल में कोई व्यक्ति देश की करेंसी के साथ झूठा खेल नहीं खेल सकता है. इस तरह देश के पैसे को बदनाम करना भी गैर-क़ानूनी होता है. आपको बता दें कि सरकार द्वारा छापा गया यह नोट एक दम सही है और इसको वापस नहीं लिया जायेगा.
2000 के नोट में है यह बात ख़ास –
2000 के नोट में एक सबसे ख़ास बात यह है कि नोट के ऊपर जो सिक्यूरिटी थ्रेड है जहाँ तार में आईबीआई लिखा होता है वहां पर भारत, 2000 और आईबीआई लिखा हुआ है. आप यदि इसको कुछ झुकाकर देखेंगे तो आपको इस लाइन का रंग हरे से नीले में बदलता दिखेगा. यह बात वाकई 2000 के नोट को ख़ास बना रही है.
नोट की क्रम संख्या भी है खास –
नोट के नीचे दाई तरफ नोट की क्रम संख्या लिखी होगी और यह अंक आपको छोटे से बड़े होते हुए नजर आयेंगे. आपको वैसे तो लगेंगा कि इसमें कोई खास बात नहीं है किन्तु आपको बता दें ऐसा कमजोर आँखों वालों के लिए किया है. साथ ही साथ गान्धी जी और अशोक स्तम्भ भी उभरा हुआ इसलिए है क्योकि कमजोर आँख बाले इसको अनुभव कर सकें.
नोट पर है सामाजिक विज्ञापन –
देश के घर-घर में नोट होते हैं इसलिए सरकार ने 2000 के नोट के पीछे स्वच्छ भारत अभियान का देशहित में विज्ञापन किया है. यह एक अच्छी खबर है और इस विज्ञापन के बाद लोग नोट और अपने आसपास में जरुर सफाई रखा करेंगे.
तो इस तरह से अच्छी खबर यह है कि 2000 के नोट में कोई गलती नहीं है. आप लोग किसी भी तरह के गलत सन्देश पर विश्वास करने से पहले मीडिया की खबरों पर ध्यान दें. साथ ही साथ इस नई आर्थिक क्रान्ति में आपको संयम और धैर्य रखने की अधिक जरूरत है.