5. डोर टू डोर सब्जियां और राशन:-
यह एक दम नया और नए जमाने का लघु उद्योग है. निवेश के नाम पर इसमें कोई बड़ी रकम नहीं चाहिए होती है. लेकिन इस काम में दिमाग की बेहद जरूरत होती है. बिहार के आरा गाँव में कुछ एमबीए किये हुए युवाओं ने इस काम को कर दिखाया है. सभी लोग बाजार चाहना नहीं जाते हैं. क्या सब्जियां लाना, क्या राशन के लिये दूकान पर खड़े रहना. तो यह युवा घर-घर साईकिल और अपनी बाइक्स से डोर टू डोर सामान पहुंचा रहे हैं.
तो अब भी अगर आप सोचने में ही वक़्त बिता रहे हैं तो आपसे बड़ा बेवकूफ कोई नहीं हो सकता है. सरकार जिस गति से छोटे-लघु उद्योगों की मदद कर रही है वह आज तक इतिहास में नहीं हुआ है. तो फिर इंतज़ार किस बात का, गुरु हो जा शुरू…