दोस्तों क्या आपने कभी सुना है की खुली आंखों से भी आप नींद ले सकते हैं?
नहीं तो हम आपको बता रहे हैं कि कैसे आप खुली आँखों से नींद लेकर तरोताजा महसूस कर सकते हैं.
वैसे आपको जानकर हैरानी तो जरूर होगी कि भला ऐसा कैसे हो सकता है. लेकिन दोस्तों ये बिल्कुल हो सकता है.
आपको नींद लेने के जिस तरीके के बारे में हम बता रहे हैं, वो है ‘योग’.
योग के माध्यम से खुली आँखों से नींद लेना संभव है. विशेषकर ऑफिस में कंप्यूटर पर लगातार 9 से 12 घंटे तक काम करने वाले लोगों के लिए खुली आँखों से नींद लेना काफी अच्छी है. जिन्हें पलकें तक झपकने की भी फुर्सत नहीं होती. वैसे तो वैज्ञानिकों का कहना है कि ऑफिस में 1 से 3 मिनट की खुली आँखों से नींद लोगों को ताजगी महसूस करा देती है. लेकिन अगर आप खुली आंखों से थोड़ी सी नींद ले लें तो आप और ज्यादा तरोताजा महसूस कर पाएंगे.
आइए हम आपको बताते हैं कि आखिर कैसे आप खुली आँखों से नींद का मजा ले सकते हैं और आप पर किसी को शक भी नहीं होगा कि आप सो रहे हैं.
ध्यान रखें कि इस विधि को आप तभी आजमाएं जब आप बहुत जरुरत महसूस कर रहे हों.
शाम्भवी मुद्रा
आपकी आंखें खुली हो पर आप देख नहीं पाएं. ऐसी स्थिति जब सध जाए, तो उसे शाम्भवी मुद्रा कहा जाता है. वैसे ये साधना ज्यादा कठिन नहीं है. लेकिन सरल भी नहीं है. इसके ठीक विपरीत आंखें बंद कर भी आप देख पाएं, ये बहुत हीं कठिन साधना है. लेकिन ये दोनों हीं साधना संभव जरूर है.
दोस्तों आपको तो पता हीं होगा कि बहुत सारे पशु – पक्षी ऐसे हैं जो खुली आँखों से नींद लेते हैं.
दोस्तों हमारी आंखें तो पलकों से ढकी रहती हैं. नींद तो एक रासायनिक प्रक्रिया है. हम जब सो रहे होते हैं, तब हम आंखें बंद कर लेते हैं. लेकिन आंखों को बंद करने से नींद नहीं आ जाती. वो तो एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो धीरे – धीरे होती है. बस इसी बात को समझने की जरूरत है. वैसे तो इस मुद्रा को करने के तरीके और भी हैं. लेकिन हम आपको आसान तरीका बता रहे हैं.
विधि
अगर आपको त्राटक के बारे में जानकारी है या आपने त्राटक किया हुआ है, तो आप इसे आसानी से कर पाएंगे. सबसे पहले सिद्धासन में बैठकर रीढ – गर्दन सीधी रखते हुए पलकों को बिना झपकाएं देखें और देखते रहें. लेकिन अपना ध्यान किसी भी चीज को देखने पर मत लगाइए. आपका दिमाग़ बिल्कुल भीतर कहीं लगा हुआ हो. जैसे आप कहीं ख्यालों में खोए हों. बस कुछ इसी तरह की ये विधि है.
सलाह
ध्यान रखें कि शांभवी मुद्रा पूर्ण रुप से तभी सिद्ध हो पाएगी जब आप अपनी आंखें खुली रखेंगे. लेकिन आप की आंखें किसी चीज को देख ना रही हों. यूं समझे कि आप किसी धुन में हैं. कई बार ऐसा होता है कि इंसान देख कहीं भी होता है, लेकिन उसका ध्यान कहीं और ही लगा रहता है. ठीक वैसे हीं.
लाभ
खुली आँखों से नींद लेने से दिमाग और दिल को शांति का अनुभव होता है और व्यक्ति का ध्यान उसके दिल में स्थिर होने लगता है. आंखें खोल कर भी व्यक्ति नींद और ध्यान का आनंद उठा सकता है.