आज के ज़माने में शायद ही कोई ऐसा ऑफिस आपको मिले जिसमें एयर कंडीशन न लगा हो.
सर्दियों का मौसम हो या फिर गर्मियों का मौसम, ऑफिस में काम करनेवाले लोगों को रोज़ाना घंटों तक एयर कंडीशन में बैठकर काम करना पड़ता है.
इनमें कई ऐसे लोग होते हैं जिन्हें एसी में काम करने की आदत नहीं होती है लेकिन फिर भी एसी में काम करना उनकी मजबूरी बन जाती है. इसका नतीजा यह होता है कि उन्हे कई बार स्वास्थ्य संबंधी शिकायतें होने लगती है.
रोज़ाना करीब 8 घंटे तक एसी मे बैठकर काम करने से गर्मी भले ही आपसे कोसों दूर भाग जाती हो, लेकिन इससे होनेवाले नुकसान से आपको अवगत कराना हम ज़रूरी समझते हैं.
चलिए देखते है AC के नुकशान :-
हो सकती है सिरदर्द की समस्या
चार घंटे से ज्यादा समय तक एसी में बैठने वालों को साइनस और सिरदर्द होने का खतरा होता है. एसी का तापमान कम ज्यादा करने पर आपको सिरदर्द और चिड़चिड़ाहट महसूस हो सकती है.
थकान और बुखार हो सकता है
लंबे समय तक एसी में बैठने से आपको थकान की समस्या हो सकती है. अगर आप एसी से निकल कर सामान्य तापमान या गर्म स्थान पर जाते हैं तो आप लंबे समय तक बुखार से पीड़ित हो सकते हैं.एसी में ज्यादा देर तक बैठने से आप फ्लू, जुखाम और सर्दी जैसे वायरल फीवर के शिकार हो सकते हैं.
हो सकती है आंखों की परेशानी
एसी में बैठने से आंखों में ड्रायनेस हो जाती है, जिससे आंखों में खुजली हो सकती है. इतना ही नहीं, इससे कंजक्टिवाइटिस की समस्या भी होती है. आंखों का लाल होना, चुभन व जलन होना, आंखों से पानी बहना जैसी परेशानियां आपको घेर सकती है.
त्वचा हो सकती है रूखी
ज्यादा देर तक एसी में बैठने से त्वचा में रूखापन आ जाता है जिससे त्वचा की नमी पूरी तरह से खत्म हो जाती है.
हो सकती है एलर्जी की शिकायत
कई बार हम एसी की सफा समय से न होने पर उसमें जमी धूल हवा के साथ बाहर निकलती है. जिससे एलर्जी होने की संभावना बढ़ जाती है.
शरीर मे हो सकती है पीड़ा
एसी से निकलनेवाली ठंडी हवा जोड़ों में दर्द पैदा करती है. गर्दन, हाथ और घुटनों का दर्द ठंडी हवा लगने की वजह से बढ़ जाता है, जिससे उनकी कार्यक्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है.
हो सकते हैं मोटापे के शिकार
एसी के इस्तेमाल से हमारे शरीर का मोटापा बढ़ता है. इसके पीछे वजह यह है कि ठंडी जगह पर बैठे रहने से हमारे शरीर की ऊर्जा खत्म नहीं होती है जिससे शरीर की चर्बी बढ़ने लगती है, जो मोटापा बढ़ाने का सबसे बड़ा कारण है.
मस्तिष्क होता है प्रभावित
एसी का तापमान बहुत कम होने पर मस्तिष्क की कोशिकाएं भी संकूचित होती हैं जिससे मस्तिष्क की क्षमता और क्रियाशीलता प्रभावित होती है.
तो देखा आपने एसी में बैठने से कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हमे घेर सकती हैं. लेकिन क्या करें घंटों एसी में बैठकर काम करना भी तो हम सबकी मजबूरी है.
ये थे AC के नुकशान – ऐसे में अगर वाकई एसी की ज़रूरत महसूस न हो, तो उसे कुछ देर के लिए बंद रखने की आदत, आपकी टेंशन को थोड़ा कम कर सकता है और आप AC के नुकशान से बच सकते है.
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