इसी सप्ताह रिलीज़ हुई शुभ मंगल सावधान को लेकर दर्शकों के काफी मिलेजुले रिव्यू देखने को मिल रहे हैं। कई वेबसाइट्स पर बताया जा रहा है कि फिल्म बेहद अच्छी है जबकि हकीकत में ऐसा बिल्कुल भी नहीं। फिल्म में जेंट्स प्रॉबल्म के बारे में बताया गया है जिस विषय को आज से पहले फिल्मों में कभी दर्शायानहीं गया है।
तो आइए अपाको बताते हैं कि क्यों ना देखने जाएं शुभ मंगल सावधान –
शुभ मंगल सावधान –
1 – साधारण कहानी
फिल्म का बेसिक कॉन्सेप्ट तो बेहद नया है लेकिन शुरुआत से लेकर अंत तक फिल्म में केवल वही पुरानी चलती आ रही बॉलीवुड लव स्टोरी देखाई गई है।
2 – बेकार डायरेक्शन
शुभ मंगल सावधान के निर्देशक आर.एस प्रसाना दर्शकों को अपनी डायरेक्शन से प्रभावित नहीं कर पाएं हैं।फिल्म में निर्देशकों का बेहद अहम रोल होता है उनकी डायरेक्शन के बिना कोई भी फिल्म हिट नहीं जा सकती।
3 – सामान्य संगीत
फिल्म के सभी गीत बेहद औसत मालूम पड़ते हैं। किसी भी प्रेम कहानी के लिए यह बेहद जरूरी है कि उनका संगीत लम्बे समय तक लोगों की जुबां पर रहे। तनिष्क वायु इस विषय में कामयाब नहीं हो पाएं हैं।
4 – ज्यादा खास नही आयुषमान की एक्टिंग
फिल्म में हीरो के किरदार से एक्टिंग को लेकर बेहद उम्मीदें लगाई जा रही थी लेकिन आयुषमान खुराना लोगों की इन उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए।
5 – इंटरवल के बाद हो जाती है बोरियत
पिक्चर का पहलाहिस्सा दूसरे हिस्से से गई गुना बेहतर है।फिल्म अपने दूसरे भाग में बेहद बोरिंग हो जाती है, अंतराल के बाद फिल्म अपने प्लॉट से पूरी तरह से भटक जाती है और क्लाइमैक्स के समय ऑडियंस सोचने लगती है कि आखिर क्यों हमने इस फिल्म पर अपने पैसे बरबाद करे।
हम शुभ मंगल सावधान को 5 में से 2 स्टार की रेटिंग देंगे। हम उम्मीद करते हैं कि आपने हमारा रिव्यू एन्जॉय किया होगा।अगर आप आयुष्मान या भूमि पेडनेकर के फैन हैं तो आप ये फिल्म देख सकते हैं।