अपने पुत्र कार्तिकेय के विवाह ना करने की प्रतिज्ञा को जानकर पार्वती को क्रोध आया.
उन्होंने श्री कोटि माता मंदिर में पति पत्नी के एक साथ दर्शन करने को वर्जित कर दिया. पार्वती ने श्राप दिया कि जो शादीशुदा जोड़ा इस मंदिर में एक साथ पूजा अर्चना करेगा उनका साथ छूट जायेगा.
इस मंदिर के दरवाजे पर गणेश की प्रतिमा उनकी पत्नियों के साथ है लेकिन मंदिर में पति पत्नी एक साथ दर्शन नहीं कर सकते.
देखा है ना हमारा भारत अनोखा.
कहीं किसी मंदिर में महिलाओं को जाने की इज़ाज़त नहीं तो कहीं पर पति पत्नी एक साथ दर्शन नहीं कर सकते.