4. कुल्लू का नाम ही कुलांत नाम के इस राक्षस के नाम पर पड़ा है. कुलांत यहाँ राज करता था और उसने लोगों का हाल बुरा कर दिया था. तब शिव भगवान ने कुलांत के कान में बोला था कि तेरी पूंछ में आग लग गयी. जैसे ही वह यह देखने के लिए पीछे मुड़ा था तभी शिव भगवान ने त्रिशूल से इसका वध कर दिया था.