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गोवा का अनूठा उत्सव शिगमोत्सव

sigmotsav

जहां गोवा जैसी जगह उसके समुद्र तात, गिरजा घर और कार्निवल के लिए मशहूर है वहीँ एक चीज़ जिससे कम लोग जानते हैं.

यह है यहाँ का अहम् बसंत उत्सव, शिगमोत्सव.

शिगमोत्सव मुख्यतः गोवा के हिन्दुओं द्वारा बड़े धूम-धाम से बसंत के आगमन पर मनाया जाता है.

सम्पूर्ण देश में होली का त्यौहार और साथ ही बसंत ऋतू के आगमन को बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है.

आप देखेंगें देश के हर कोने में इन्हें अपनी अनूठी मान्यता और परंपरा के अनुसार मनाया जाता है. इसी के साथ शिगमोत्सव भी एक ऐसा त्यौहार है जो गोवा में बड़े स्टार पर लोगों द्वारा मनाया जाता है. यह उत्सव फाग के महीने में, करीब १४ दिनों तक मनाया जाता है.

इस दौरान गोवा में एक बड़ा ही उत्सवी माहौल होता है और कई रंगा-रंग कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं. ऐसी मान्यता है कि इस उत्सव से हम ठण्ड के मौसम को अलविदा कह कर बसंत का स्वागत करते हैं. और साथ ही यह उत्सव योद्ध्हओं के घर वापसी का भी जश्न मनाता है.

Sigmotsav, Goa

Sigmotsav, Goa

इस वर्ष यह त्यौहार ७ मार्च से २२ मार्च तक गोवा में मनाया जाएगा. इस समय गोवा का अंदाज़ देखते ही बनता है और हर वो पर्यटक जो जिसकी गोवा पसंदीदा जगह है उसे इस उत्सव में ज़रूर शामिल होना चाहिए. पुरे गोवा में ही इस उत्सव कि गूँज रहती है और सड़कों पर कई दिनों तक शाम को जुलूस निकले जाते हैं.

इन जुलूसों में आप कई पारंपरिक चीजों का समागम देखेंगें जैसे नृत्य और संगीत, और साथ में एक ख़ास तरह का घोड़े के साथ होने वाला मार्शल आर्ट्स नृत्य, घोड़े मोदनी. इनमें कई जगह महाभारत और रामायण के अलग-अलग दृश्यों का भी प्रदर्शन होता है.

इसके अलावा कई सरे लोक संगीत और लोक नृत्यों का भी प्रदर्शन होता है और लोगों का उत्साह देखते ही बनता है. पूरा शहर इस उत्सव के कारण जीवंत हो उठता है. गोवा में एक प्रकार से शिगमोत्सव ही होली की पहचान है और यह यहाँ के हिन्दुओं का बड़ा ही ख़ास त्यौहार है. इस दौरान कई तरह के गोवा के अलग-अलग लज़ीज़ व्यंजन बनाए जाते हैं और सबसे मशहूर है यहाँ का स्थानीय पेय, फेन्नी.

तो इस बसंत में गोवा एक पूरी तरह से अलग रूप देखने के लिए शिगमोत्सव का हिस्सा बने और इस रंगीन उत्सव को नज़दीक से देखें.