प्रोफेसर शंकर देवराजन – बीते कुछ महीनों से मामूली से विवाद को लेकर बड़े-बड़े औहदाधारियों के आत्म हत्या करने के मामले सामने आ रहे हैं।
कानपूर के IPS ऑफिसर के आत्महत्या का मामला अभी सुलझा भी नहीं था, कि अब एक ऐसा व्यक्ति के आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। जिसने देश के सैकड़ों नौजवानों को देश की सबसे प्रशासनिक सेवा यानि IAS और IPS बनने की शिक्षा दी थी।
इनका नाम था प्रोफेसर शंकर देवराजन।
कौन है प्रोफेसर शंकर देवराजन
45 साल के प्रोफेसर शंकर देवराजन ने देश को करीब 900 आईपीएस और आईएएस ऑफिसर दिए हैं। इनके शिष्य देश के कौने कौने में मौजूद है। प्रोफेसर शंकर देवराजन ने एक ऐसी एकेडमी की शुरूआत की थी, जिसने उन जवानों के सपनों को सकारा किया था, जो IAS और IPS बनना चाहते थे। IAS और IPS बनना जितना ज्यादा कठिन है, उतना ही ज्यादा इसे पढ़ाना भी कठिन है। देश की सबसे कठिन लड़ाई की जंग के सिपाही तैयार करने वाले, आईएएस एकेडमी की नींव रखने वाले सीईओप्रोफेसर शंकर देवराजन महज 45 साल की उम्र में अपनी जिंदगी की जंग में हार गए।प्रोफेसर शंकर देवराजन अपने छात्रों को हर काम विनम्रता और शांति सेकरने का पाठ पढ़ाते थे, तो आखिर ऐसा क्या हुआ कि उन्होंने खुद फांसी लगाकर अपनी जिंदगी खत्म कर दी? आखिर ऐसी कौन सी परेशानी थी कि वो उसका समाधान नहीं ढूंढ पाए?ये सवाल उनकी मृत्यु के साथ ही सवालों के घेरे में बने हुए है।प्रोफेसर शंकर देवराजन एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते थे, उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं।
आखिर क्यों की प्रोफेसर शंकर देवराजन ने आत्महत्या
जो 1000 लोगों को देश की समस्याओं को शांति और विनम्रता से हल करने के पाठ पढ़ा चुका था उसकी आत्महत्या करने की वजह इतनी मामूली है कि लोग इसे मानने और समझने से भी इंकार कर रहे हैं। दरअसल प्रोफेसर शंकर देवराजन के आत्महत्या करने से पहले उनके और उनकी पत्नी के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था। जिसके बाद चेन्नई के माइलपुर में उन्हें मृत अवस्था में पाया गया। हालांकि उन्हें देखते ही उनके पड़ोस में रहने वाले लोगों ने उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अभी तक उनके आत्महत्या करने के मामले को लेकर कोई बड़ा खुलासा नहीं हुआ है, अभी तक प्रोफेसर शंकर देवराजन के आत्महत्या करने का कारण उनके और उनकी पत्नी के बीच हुए झगड़े को ही माना जा रहा है।
साल 2004 से अब तक देश को दे चुके हैं 900 IAS और IPS
गौरतलब हैं कि प्रोफेसर शंकर देवराजनने तमिलनाडु में शंकर आईएएस एकेडमी की स्थापना की थी, वह इस एकेडमी के फाउंडर और सीईओ थे। उन्होंने देश को करीब 900 IAS और IPS सिविल सर्वेंट दिए हैं।
प्रोफेसर शंकर देवराजनएक ऐसे शिक्षक थे जो ना सिर्फ अपने छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र के लिए तैयार करते थे, ब्लकि वह हर मुसिबत का सामना विनम्रता और धैर्य के साथ करने का पाठ भी पढ़ाते थे। यहीं वजह है कि पत्नी से मामलू विवाद पर आत्महत्या करने की बात को सुनकर उनके छात्रों में शोक का माहौल है।
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