आज भले ही अभिनेता शाहरुख खान पूरी दुनिया में मशूहूर हैं और सबसे अमीर एक्टर्स में शामिल हैं लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए शाहरुख ने काफी मेहनत की है।
अनिल कपूर और सन्नी देओल की स्टारडम के समय ही अभिनेता शाहरुख खान ने अपना सिक्का जमाना शुरु कर दिया था। उस समय शाहरुख कम पैसों में भी काम कर लिया करते थे और उनकी ज्यादातर फिल्में हिट होती थीं।
90 के दशक में रिलीज़ हुई शाहरुख और काजोल की रोमांटिक फिल्म दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगें ने 60 करोड़ का बिजनेस किया था। इस फिल्म के बाद पूरे देश में शाहरुख के फैन बन गए थे लेकिन अपने करियर में शाहरुख को सबसे ज्यादा लोकप्रियता विज्ञापन करके मिली है।
विज्ञापन करने में अभिनेता शाहरुख खान को कोई दिक्कत नहीं थी।
यहां तक कि वो तो अपनी पढ़ाई के दौरान कुछ ऐड्स भी बनाया करते थे। अपने करियर के शुरुआती दिनों में शाहरुख ने कई विज्ञापनों में काम किया था। उस समय शाहरुख कम पैसों वाले सुपरस्टार माने जाते थे।
अनुपमा चोपड़ा की बुक शहंशाह ए बॉलीवुड में बताया गया कि जब आमिर खान जैसे सुपरस्टार्स ऐड करने के 7 करोड़ रुपए लेते थे तब शाहरुख खान आधे दामों पर एड किया करते थे। शाहरुख अपने शौक के लिए फिल्में करते थे और घर का खर्चा चलाने के लिए वो विज्ञापनों में काम किया करते थे।
स्टारडम के साथ-साथ शाहरुख की फीस भी बढ़ती गई। अब शाहरुख एक विज्ञापन के लिए 4 से 10 करोड़ रुपए लेते हैं।
अपने इंटरव्यू में शाहरुख ने कहा था कि उन्हें अपना बंगला खरीदने के लिए पैसों की जरूरत है और अपने बेटे का भविष्य सुरक्षित करने के लिए उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत होना पड़ेगा। इसके लिए वो कोला भी बेचेंगे और कंडोम भी।
अभिनेता शाहरुख खान ने कभी किसी काम को छोटा नहीं समझा जबकि बाकी एक्टर्स को इस तरह के विज्ञापन छोटे स्तर के लगते थे। उस समय शाहरुख एकलौते ऐसे सुपरस्टार थे जो कंडोम तक बेचने को तैयार थे।