भारत में अक्सर लोग एक खबर जरूर सुनते हैं कि बालीवुड के किंग खान यानी शाहरूख खान को अमेरिका में एअरपोर्ट पर रोक लिया.
इतना ही नहीं उनकी वहां सुरक्षा जांच एजेंसियों द्वारा उनकी कपड़े उतार कर तलाशी भी ली जाती है.
ऐसा शाहरूख के साथ बार बार क्यों होता है. हर बार अमेरिका में शाहरुख़ खान की तलाशी क्यों ली जाती है. इसके पीछे एक खास वजह है. हो सकता है शाहरूख खान को मालूम ही न हो कि उनकी अमेरिका में रोक कर बार बार तलाशी क्यों ली जाती है.
या फिर वे सब जानते हैं लेकिन उस वजह को भारत में लोगों के साथ न शेयर करना नहीं चाहते हों.
क्योंकि वह खबर है ही ऐसी कि अगर वह सही हुई तो शाहरूख खान को अपने फैन को जवाब देना भारी पड़ जाएगा.
शाहरूख खान को अमेरिका में बार बार रोके जाने के पीछे असल वजह क्या है इसको जानने से पहले आप को बता दें कि इस घटना को लेकर जहां बालीवुड में खासी नाराजगी हुई वहीं भारत में भी लोगों ने इसका विरोध किया.
अमेरिका में शाहरुख़ खान की तलाशी हर बार क्यों ली जाती है. शाहरूख खान ने हमेशा ही बताया है कि उनको अमेरिका में बार बार इसलिए रोका जाता है कि क्योंकि वे मुसलमान है और उनके नाम के पीछे खान टाइटल लगा है. वे एक मुसलमान है इसलिए अमेरिका उनको जानबूझकर ह्यूमीलेट करता है.
चलिए हम आप को बताते हैं कि अमेरिका में शाहरुख़ खान की तलाशी बार बार क्यों ली जाती है.
दरअसल, शाहरूख खान इस खबर पर कभी अपना मुंह नहीं खोलेगे. 90 के दशक में बालीवुड में अंडरवल्र्ड की तूती बोलती थी. बालीवुड के अधिकांश कलाकार उसके संपर्क में थे. और दुबई जाकर अंडरवल्ड डान दाउद इब्राहिम की पार्टियों में न केवल शामिल होते थे बल्कि उसके लिए स्टेज शो भी करते थे.
बताया जाता है कि ऐसे ही एक स्टेज शो में शाहरूख खान भी बंबई से दुबई गए थे. जिस शो में शाहरूख खान गए उसको पर्दें के पीछे से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने आर्गेनाइज कराया था. ये तो सभी जानते हैं कि दाउद पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का आदमी है.
इस शो के जरिए जो पैसा आया उसका प्रयोग आतंकवादियों की फंडिग के लिए किया गया. ये बात अमेरिका और इजराइल की खुफिया एजेंसी को मालूम है, क्योंकि बाद में ओसामा बिन लादेन को लेकर अमेरिका को पता चला था कि वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद से ही उसके यहां छिपा हुआ था.
यही कारण है कि शाहरूख उस वक्त से ही अमेरिका के रडार पर हैं.
भारत भले ही इस प्रकार के मामले को अपने यहां गंभीरता से नहीं ले लेकिन अमेरिका एक बार अपने रडार पर आने के बाद लोगों पर हमेशा ही शक की नजर रखता है.
गौरतलब है कि अमेरिका में वल्र्ड ट्रेड टावर पर हमले के बाद मुसलमानों को शक की नजर से देखा जाता है. इस हमले को जिन लोगों ने अंजाम दिया था उनका संबंध मुस्लिम आतंकवादियों से था.
इसलिए जिन लोगों का कभी भी किसी न किसी रूप में आतंकियों से प्रत्यक्ष या परोक्ष संबंध आतंकियों से रहा है अमेरिका ने उनको भी शक के दायरे में ला दिया.
यहां तक की शाहरूख खान में मामले में भी ऐसा हुआ जान पड़ता है. इसलिए अमेरिका में शाहरुख़ खान की तलाशी बार बार ली जाती है.