2. धर्म के लिए–
अगर यही स्थिति रही तो हिंदुस्तान का भविष्य बहुत अन्धकारमय नज़र आता हैं. इन धर्मो ने हिंदुस्तान का बेड़ा गर्क कर दिया हैं और पता नहीं ये धार्मिक दंगे भारत का पीछा कब छोड़ेंगे. इन दंगों ने भारत वर्ष को दुनिया में बदनाम कर दिया हैं. हमने देखा हैं कि इस अन्धविश्वास के बहाव में सभी बह जाते हैं कोई बिरला हिन्दू, मुसलमान या सिख होता हैं जो खुद का दिमाग ठंडा रख पाता हैं. बाकि सब के सब धर्म के यह नामलेवा अपने नामलेवा धर्मं का रौब कायम रखने के लिए डंडे, लाठिया, तलवार छुरें हाथ में पकड़ लेते हैं और आपस में सर फोड़-फोड़ कर मर जाते हैं.