समलैंगिक महिला प्रधानमंत्री – आज भले ही लोग समलैंगिकता पर खुलकर अपने विचार दुनिया के सामने रखने लगे हैं लेकिन अब से कुछ साल पहले समलैंगिकता को लोग अभिशाप के तौर पर देखते थे.
हालांकि हमारे देश में समलैंगिकता पर आज भी लोग खुलकर बात करने से कतराते हैं और समलैंगिक रिश्तों की आलोचना करते हैं.
सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के अधिकतर देशों में अब भी समलैंगिकता को हीन भावना से देखा जाता है ऐसे में जरा सोचिए क्या कोई भी देश एक समलैंगिक महिला को प्रधानमंत्री के तौर पर चुन सकता है.
समलैंगिक महिला प्रधानमंत्री – सर्बिया ने समलैंगिक महिला को बनाया नया प्रधानमंत्री
अब से कुछ साल पहले सर्बिया में किसी समलैंगिक इंसान के प्रधानमंत्री के पद पर काबिज होने की बात भी हर किसी के सोच से परे थी. लेकिन अब सर्बिया ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए देश के नए प्रधानमंत्री के तौर पर एक समलैंगिक महिला को चुना है.
जी हां, 41 साल की एना ब्रनबिक नाम की समलैंगिक महिला को सर्बिया का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है. हालांकि एना को लेकर यहां विरोध के स्वर भी उठने लगे हैं.
एना एक गैर-राजनीतिक टेक्नोक्रेट हैं और इंग्लैंड के यूनिवर्सिटी ऑफ हॉल से स्नातक किया है. आपको बता दें कि आयरलैंड के नए प्रधानमंत्री पद की शपथ लेनेवाले भारतीय मूल के लियो वरदकर भी एक समलैंगिक हैं.
बताया जा रहा है कि सर्बिया के नए राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वूचिच ने एना को देश का नया प्रधानमंत्री चुना है. हालांकि खबरों के मुताबिक वूचिच ही देश की सबसे शक्तिशाली शख्सियत बने रहेंगे.
यहां गौर करनेवाली बात यह है कि रुढ़िवादी देश माने जानेवाले सर्बिया में किसी समलैंगिक को प्रधानमंत्री बनाए जाने के फैसले को अब तक का सबसे ऐतिहासिक कदम बताया जा रहा है. यही वजह है कि एना को प्रधानमंत्री बनाए जाने को लेकर विरोध के स्वर भी तेज होने लगे हैं.
ये है सर्बिया के समलैंगिक महिला प्रधानमंत्री – गौरतलब है कि जहां आज भी अधिकांश देशों में समलैंगिक लोगों को हीन भावना से देखा जाता है वहीं सर्बिया के द्वारा उठाया गया ये कदम वाकई सराहनीय है. सर्बिया के इस ऐतिहासिक कदम से ना सिर्फ समलैंगिकों के प्रति लोगों का नजरिया बदलेगा बल्कि लोग उन्हें भी सम्मान के नजर से देखना शुरू कर देंगे.