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वीरेन्द्र सहवाग का खुलासा उन्होंने नहीं बनाया था तिहरा शतक बल्कि…

एबीवीपी

दिल्ली यूनिवर्सिटी के रामजस कॅालेज में जेएनयू के उमर खालिद के कार्यक्रम को लेकर हुए बवाल में पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग के कूदने से एक नया मोड़ आ गया है।

वीरेंद्र सहवाग ने एक ट्वीट की है जिसमें वे एक तस्वीर में अपने हाथ में एक कागज लिए हुए हैं.

इस कागज में लिखा कि दो तिहरे शतक मैंने नहीं बनाए बल्कि मेरे बल्ले ने बनाए।

सहवाग ने ट्वीट में लिखा, बैट में है दम. भारत जैसी जगह नहीं।

आपको बता दें कि सहवाग का ये ट्वीट दिल्ली यूनिवर्सिटी में वामपंथी स्टूडेंट्स द्वारा सोशल मीडिया पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के खिलाफ चलाए जा रहे उस अभियान के समय आया है जिसमें एक तबका सोशल मीडिया पर स्टूडेंट्स अगेंस्ट एबीवीपी  कैंपेन चला रहा है।

अपने इस अभियान में वामपंथी छात्रों ने लेडी श्रीराम कॉलेज की स्टूडेंट गुरमेहर कौर की एक पोस्ट डाली थी. खुद को करगिल युद्ध के दौरान मारे गए कैप्टन मनदीप सिंह की बेटी बताते हुए गुरमेहर कौर ने अपनी जो तस्वीर शेयर की वह देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।

इसमें गुरमेहर ने लिखा था कि उसके पापा को पाकिस्तान ने नहीं बल्कि युद्ध ने मारा है.

लेकिन इसमें अचानक उस वक्त एक एकाएक तेजी आ गई वीरेंद्र सहवाग भी इसमें कूद पड़े.

कश्मीर की आजादी से लेकर बस्तर की आजादी की बात करने को लेकर रामजस कॉलेज में एबीवीपी और वामपंथी छात्रों के बीच जो झड़प हुई थी वह सहवाग के कूदने से और तेज हो गई. इसमें डीयू की छात्राएं सहित और भी लोग उतर गए।

एबीवीपी के समर्थन छात्राएं भी फेसबुक और ट्वीटर पर आ गई और सोशल मीडिया पर मैं एबीवीपी ने नहीं डरती और मैं एबीवीपी का समर्थन करती हूं पोस्ट छाए गए।

गौरतलब है कि वामपंथी छात्र संगठनों से जुड़ी दिल्ली यूनिवर्सिटी के कई कॉलेजों की छात्राओं ने एबीवीपी के विरोध में सोशल मीडिया पर कैंपेन शुरू किया था. इसमें छात्राओं ने हाथ में मैं एबीवीपी ने नहीं डरती लिखा पोस्टर लेकर अपनी तस्वीरें शेयर की थीं।

इनमें से जैसे ही लेडी श्रीराम कॉलेज की स्टूडेंट गुरमेहर कौर थी. गुरमेहर ने अपने आपको शहीद की बेटी बताया है. शहीद की बेटी के विरोध में उतर जाने के बाद एबीवीपी के खिलाफ माहौल बनता दिखा.

लेकिन जैसे ही सहवाग ने ट्वीट किया उसके बाद से तो सोशल साइट पर कामेंट्स के चौके छक्कों की बरसात शुरू हो गई. सहवाग के ट्वीट के बाद छात्र छात्राएं इस हैशटैग के साथ स्टूडेंट्स अपनी तस्वीर भी अपलोड कर रहे हैं, जिसमें लिखा हुआ है कि वो एबीवीपी से नहीं डरते हैं।

दरअसल, गुरमेहर ने एक साल पहले एक वीडियों बनाया था. इस वीडियो में कागज पर लिखकर भारत-पाकिस्तान के बीच शांति को लेकर मैसेज देने की कोशिश की गई थी.

लेकिन रामजस की घटना के बाद गुरमेहर कौर एबीवीपी के खिलाफ कैंपेन चला रही हैं तो लोग इसी पुरानी तस्वीर को शेयर कर रहे हैं.

सहवाग ने भी इसी पोस्ट को पढ़ने के बाद अपना ट्वीट किया था जो देखते ही देखते सोशल मीडिया में वायरल हो गया.