सुरक्षा में सेंध – कश्मीर में घुसपैठ की बात हो या हमारी सुरक्षा में सेंध लगाने का मामला हो, कई बार ये बात साबित हो चुकी है कि हमारे अपने लोगों की मिलीभगत से ही दुश्मन ये सब कर पाता है और आज भी एक ऐसा ही मामला सामाने आया है.
भारतीय सुरक्षा एंजेसियों की बदौलत निशांत अग्रवाल नामक शख्स को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
एजेंसियो को शक है कि ये ब्राह्मोस मिसाइल से जुड़ी खुफिया जानकारी पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को शेयर करता था.
नागपुर से आज एक कथित आईएसआई एजेंट निशांत अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया है. वो ब्रह्मोस की नागपुर यूनिट में काम कर रहा था. आरोप है कि ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट में काम करते हुए उसने ब्रह्मोस संबंधी टेक्नीकल और अन्य खुफिया जानकारियां पाकिस्तान और अमेरिका को पहुंचाई हैं.
फिलहाल इस शख्स से पूछताछ की जा रही है. इसके साथ ही उसके बारे में और जानकारी जुटाई जा रही हैं. यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उसने क्या-क्या जानकारी दूसरे देश को लीक की हैं.
आपको जानकर हैरानी होगी कि जिस निशांत नामक शख्स पर देश की खुफिया जानकारी दूसरे देश को देने का आरोप है उसे 2017-18 का यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड भी मिल चुका है. ऐसे पढ़े-लिखे लोग ही जब देश की सुरक्षा में सेंध लगाये और गद्दारी करने लगे तो फिर उस देश का क्या होगा.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रविवार रात से ही एक टीम इस शख्स को ट्रैक करने की कोशिश में जुटी हुई थी, सोमवार को आखिरकार इसे पकड़ लिया गया. ब्रह्मोस एयरोस्पेस भारत और रूस का जॉइंट वेंचर है. ब्रह्मोस एयरोस्पेस का बेस नागपुर में है. पिछले साल यहां अडवांस्ड हथियारों के सिस्टम का परीक्षण किया गया था.
ब्रह्मोस अब तक की सबसे आधुनिक प्रक्षेपास्त्र प्रणाली है और इसने भारत को मिसाइल तकनीक के मामल में काफी आगे बढ़ा दिया है. ब्रह्मोस एक कम दूरी की रैमजेट, सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल है.
ब्रह्मोस की विशेषता यह है कि इसे जमीन से, हवा से, पनडुब्बी से, युद्धपोत से यानी कहीं से भी दागा जा सकता है.
सुरक्षा में सेंध – सुरक्षा एजेंसियों के लिए देश के अंदर बैठे गद्दारों को पहचान पाना और पकड़ना किसी चुनौती से कम नहीं है. बाहरी दुश्मन से ज़्याद खतरनाक तो ऐसे ही लोग होते हैं जो देश को दीमक की तरह खा जाते हैं और किसी को पता भी नहीं चलता.