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आजादी के बाद धर्म निरपेक्षता देश का सबसे बङा झूठा

धर्म निरपेक्षता

धर्म निरपेक्षता यानि हर धर्म के साथ न्याय करना ।

लेकिन धर्म निरपेक्षता होना संभव है क्या एक वक्त में देश या किसी राज्य के सभी धर्मों को खुश कर पाना संभव है।

कुछ ऐसा ही कहना है यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का । सीएम योगी आदित्यनाथ के अनुसार आजादी के बाद सबसे बङा झूठ धर्म निरपेक्षता है ।  दरअसल योगी आदित्यनाथ रायपुर दौरे पर गए थे। जहां एक अखबार के दारा आयोजित किए गए समारोह  में सीएम योगी आदित्यनाथ से सांप्रदायिकता और धर्म निरपेक्षता पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा “मेरा मानना है कि आजादी के बाद सबसे बङा झूठ धर्म निरपेक्ष शब्द है “

सीएम योगी आदित्यनाथ के अनुसार “उन लोगों को माफी चाहिए जो लोग इस  शब्द का इस्तेमाल करते हैं और जिन्होंने इस शब्द को जन्म दिया । क्योंकि कोई भी राजनीतिक व्यवस्था धर्म निरपेक्ष नहीं होती, लेकिन पंथ निरपेक्ष जरुर होती है। “

सीएम योगी आदित्यनाथ ने ये भी कहा कि शासन को उपासना विधि से नही चलना चाहिए । वो अपने राज्य में 22 करोङ लोगों को देखते हैं। उनकी भावनाओं के प्रति जवाबदेह भी है लेकिन एक सुमदाय के दृष्टिकोण को सही साबित करने के लिए नहीं बैठे हैं। पंथनिरपेक्ष हूँ लेकिन धर्मनिरपेक्ष नही।

वैसे देखा जाए तो सीएम योगी आदित्यनाथ अपनी जगह कही न कही सही भी है क्योंकि वो सच्चाई कही है जिसे जानते सभी है कहने की हिम्मत कोई नही करता । केवल  धर्म निरपेक्ष कह देने से कोई देश धर्म निरपेक्ष नहीं बनता । अगर हमारा देश धर्म निरपेक्ष होता । तो राजनीतिक पार्टियों जाति के नाम पर , धर्म के नाम पर वोट नही मांगती।और न ही वोटर जाति धर्म के नाम पर वोट देता है। जिस वजह से कुछ शब्द केवल हमारे देश में जुमले बनकर रह गए हैं।  अगर हम हमें देश में मिले अधिकारों की हकीकत में व्याखा करने जाएंगे तो समझ आएगा । कि कितने अधिकार सच में हमारे पास है ।

वैसे आपको बता दें सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण के दौरान पाकी शब्द को भी गलत ठहराया । उनके अनुसार यूरोप में पाकी सबसे बङा अपमानजनक  शब्द है।

और पाकिस्तान गाली का पर्याय शब्द है। इसके अलावा देश मौजूदा महौल को  देखते हुए सीएम ने ये भी कहा कि इतिहास के छेङछाङ नही करना चाहिए । ये किसी राष्ट्रद्रोह से कम नही है । इसके अलावा देश की भीगङी व्यवस्था के लिए हमेशा की तरह कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया ।

सीएम योगी  के अनुसार देश में कही जाति के नाम पर , कही धर्म के नाम पर और कही भाषा के नाम पर विभाजन कांग्रेस ने कराया जिस वजह से देश में कही नक्सलवाद , कही अलगाववाद  , आतंकवाद जन्मा । वही पीएम मोदी की सरकार की तुलना रामराज्य से  की ।