क्या है पूरा मामला और किसका हुआ है धर्म परिवर्तन ?
अभी हाल की घटना अगर हम देखें तो खबर आ रही हैं कि उत्तर प्रदेश में 800 वाल्मीकि परिवार सिर्फ इसलिए मुस्लिम धर्म में परिवर्तित हो चुके हैं क्योंकि अगर ये मुस्लिम नहीं बनते तो इन 800 लोगों के घर सरकार तोड़ देती. इनके घरों के बाहर लाल निशान लगा दिए गये थे, ताकि इनकी पहचान अलग से हो जाये.
वाल्मीकि समुदाय के परिवारों का ब्यान था कि सबसे पहले नगर पालिका से ‘सिब्ते नबी’ नाम का एक अफसर वाल्मीकि बस्ती में आता है और अतिक्रमण के लिए घरों पर निशान लगा जाता है. दूसरी तरफ सभी जानते हैं कि सिब्ते नबी, आजम खान के करीबी हैं.
एक और घरों पर निशान लगाये जा रहे थे और वहीँ कुछ अधिकारी इन लोगों को सलाह दे रहे थे कि अगर आप लोग मुस्लिम बन जाते हो तो बस्ती नहीं तोड़ी जायेगी.
कुछ अधिकारी बोल रहे हैं कि यहाँ रोड को चौड़ी करना था, जबकि कुछ दबी जुबान में बोल रहे हैं कि यहाँ मॉल बनना था.
जबकि रामपुर की बस्ती के यह लोग यह भी बोल रहे हैं कि पहले से ही कुछ लोगो की हमपर नजर थी कि हम मुस्लिम धर्म को मान लें. किन्तु जब हमने ऐसा नहीं किया तो हमारे घरों को निशाना बनाया गया है.
जवाब दें, मुलायम जी और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के एक मुख्य और ताकतवर मंत्री, आज़म खान पर इस धर्मपरिवर्तन की रूप रेखा बनाने का आरोप विपक्षी पार्टी के नेता लगा रहे हैं.
समाजवाद के महान विचारक राम मनोहर लोहिया जी हमेशा एक अखंड भारत और धर्मनिरपेक्षता की बातें किया करते थे. लेकिन आज अगर लोहिया जी जिंदा होते तो अपना सर पकड़कर रो रहे होते. जिस समाजवादी और समाजवाद की नींव उन्होंने रखी थी, जो समाजवाद की बातें उन्होंने कहीं थी, जिन विचारों का वह जिन्दगीभर प्रचार करते रहे, आज वहीँ समाजवाद और समाजवादी पार्टी, उनकी बातों और उनके विचारों को पूरी तरह से भूल चुकी है.
अक्सर समाजवादी पार्टी के मुखिया श्री मुलायम सिंह, अपने सभाओं में गरजते हैं कि हम धर्मनिरपेक्ष हैं. हम किसी एक धर्म और वर्ग की बात कभी नहीं करते हैं. हम तो सभी धर्म का आदर करते हैं और उसे मानते भी हैं.
किन्तु मुलायम सिंह को आज यह बताना बेहद जरुरी हो चुका है कि आप मानते रहें सभी धर्म को, आप बातें करते रहें सभी धर्मों की, आप आदर करते रहें, किन्तु आपके अपने राज्य में धर्म परिवर्तन हो रहे हैं.
आपके अपने पार्टी के लोग खुलेआम धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं. और आप बात करते हैं धर्मनिरपेक्षता की. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जी को पूरी खबर होती हैं, किन्तु उनको कोई फर्क नहीं पड़ता है अगर हिन्दू लोगों का मुस्लिम धर्म में परिवर्तन हो जाता है तो.
हाँ अगर आगरा में हिन्दू लोगों की घर वापसी हो जाती है तो यह एक मुद्दा बन जाता है, मुलायम सिंह और अखिलेश जी के लिए, तो ऐसे में तो मीडिया बुला ली जाती है लखनऊ में और खूब धर्मनिरपेक्षता की बातें की जाती हैं.
घर वापसी पर बवाल करने वाले क्यों चुप हैं?
जब उत्तर प्रदेश में 200 लोगों को आगरा में हिन्दू बनें थे, तब बवाल हुआ था, मुलायम सिंह, नितीशकुमार, लालू यादव, ममता बनर्जी, सोनिया गाँधी, और पूरी मीडिया ने 200 लोगों के धर्म परिवर्तन पर संसद में बवाल किया था.
तो अब इन 800 लोगों के धर्म परिवर्तन पर सब चुप क्यों हैं? संसद का विशेष सत्र क्यों नहीं बुलाया जा रहा है? यह धर्म परिवर्तन तो सीधे-सीधे गैर-कानूनी ही है, तो सभी चुप क्यों हैं?
कल अगर कोई भी नेता या साधू बोल सकता है कि भारत को हिन्दु देश बनाओ तो तब देश में क्या रहने लायक वातावरण हो सकेगा?
अभी जो चिंगारी समाजवादी सरकार लगा रही है अगर वह कल आग का रूप ले लेगी तो तब इसी पार्टी के लोग हिन्दू नेताओं पर आरोप लगा रहे होंगे.
पर अभी अखिलेश यादव को जान लेना चाहिए कि आप ही अपने राज्य में शांति पूर्ण वातावरण को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं.
आपकी राय का इंतज़ार रहेगा.
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) दुनिया में सबसे लोकप्रिय टी20 क्रिकेट लीग में से एक है,…
दुनिया मे सबसे ताकतवर चीज है हमारी सोच ! हम अपनी लाइफ में जैसा सोचते…
सूर्य ग्रहण 2020- सूर्य ग्रहण कब है, सूर्य ग्रहण कब लगेगा, आज सूर्य ग्रहण कितने…
कोरोना महामारी के कारण देश के देश बर्बाद हो रही हैं, इंडस्ट्रीज ठप पड़ी हुई…
दुनियाभर के 200 देश आज कोरोना संकट से जूंझ रहे हैं, इस बिमारी का असर…
वैसे तो गांधी परिवार पूरे विश्व मे प्रसिद्ध है और उस परिवार के हर सदस्य…