बचत – कई लोग ऐसे हैं जो अपनी घड़ी को 10-15 मिनट आगे रखते हैं ताकि लेट ना हों।
हालांकि, उस व्यक्ति को पता होता है कि सही समय अभी 15 मिनट बाद है लेकिन फिर भी वो अपनी घड़ी के निर्धारित समय के हिसाब से ही काम करना शुरु कर देते हैं। कुछ ऐसे ही तरीके आर्थिक मामलों में भी मददगार साबित होते हैं।
आज हम आपको बचत करने के कुछ खास टिप्स दे रहे हैं:
- अगर आपको सालाना इंक्रिमेंट मिला है तो इसके साथ अपना निवेश भी बढ़ा दें। इसे ऑटो मोड पर रखें ताकि आपके खर्चा करने के बारे में सोचने से पहले ही वह पैसा निवेश योजना में लग जाए। आप म्युचुअल फंड की एसआईपी या आरडी जैसे निवेश कर सकते हैं। यही तरीका आप बोनस जैसे एकमुश्त मिलने वाले पैसे पर भी लागू कर सकते हैं। हालांकि, इंक्रिमेंट या बोनस का पूरा पैसा निवेश ना करें। इसका कुछ हिस्सा अपने जीवन स्तर को और बेहतर बनाने के लिए रख लें।
- अगर आपके कई सारे बैंक खाते होते हैं और उन्हें मैनेज करना मुश्किल होता है। कभी-कभी एक अतिरिक्त खाता आपकी बचत को मैनेज करने में मदद करता है। हर निवेश और बचत के लिए अलग-अलग खाता रखें। इन खातों के लिए अपने डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करें। ये तरीका उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है जो बिलकुल बचत नहीं कर पाते हैं।
- अगर आप टैक्स पे करते हैं तो सही समय पर अपने निवेश और खर्च का ब्यौरा दे दें। ऐसा नहीं करने पर आमदनी से टैक्स की रकम कट जाती है। हालांकि, आपको ये पैसा टैक्स रिटर्न फाइल करने पर वापिस मिल जाता है लेकिन इस प्रक्रिया में काफी समय लगता है। इस वजह से समय पर टैक्स सेविंग इन्वेस्टमेंट को ब्यौरा देने का ध्यान रखें।
- अपने जीवनस्तर को बेहतर बनाने के लिए हम लोग कितनी मेहनत करते हैं। परिवार के साथ बाहर घूमने जाना, दोस्तों के साथ बाहर खाना या अच्छे कपड़ों और स्मार्टफोन जैसी चीज़ों का त्याग करना पड़ता है। अगर आप इन सब चीज़ों पर खर्च करते हैं तो इसके बराबर की राशि बचत में भी लगाएं। इस अतिरिक्त बचत को आप अपनी शॉंपिंग या घूमने पर लग्जरी टैक्स या जुर्माने के रूप में देख सकते हैं।
- लॉन्ग टर्म लोन का रीपेमेंट कर रहे हैं तो इसकी ईएमआई की आदत हो जाती है इसलिए लोन की कुछ ईएमआई रह जाने से पहले ही जितनी राशि के निवेश की योजना बनाएं। ईएमआई पूरी होने पर उतना ही पैसा निवेश करना शुरु कर दें। इसके लिए आप एसआईपी या आरडी को चुन सकते हैं। इससे महीने के खर्च में बिना किसी बदलाव के अपना निवेश बढ़ा सकते हैं।
- इक्विटी फंड में निवेश की गई लगभग 70 प्रतिशत राशि निवेश के दो साल बाद ही निकाल ली गई। ऐसे में आप अपने पैसे को लॉन्ग टर्म में निवेश करें, जहां पर जल्दी निकासी की सुविधा ना हो। पीपीएफ 15 साल के लिए होता है लेकिन पांच साल बाद भी आप पैसा निकाल सकते हैं। नेशनल पेंशन स्कीम को रिटायरमेंट से पहले छू भी नहीं सकते हैं। इस तरह के निवेशों में आप पैसा लगा सकते हैं।
इन आसान और स्मार्ट तरीकों से आप भी निवेश कर सकते हैं।