डांसिंग लाइट्स – हमारे ज्योतिष शास्त्र में शनि का काफी महत्व है।
माना जाता है कि किसी भी ग्रह की पूजा करो या न करो लेकिन शनि ग्रह की पूजा जरूर करो। क्योंकि शनि के नाराज हो जाने पर सारी ग्रह-दशा खराब हो जाती है। नाराज होने पर शनि तांडव करने लगते हैं।
लगता है, शायद शनि नाराज होकर तांडव करने समय इस डांसिंग लाइट्स की तरह दिखते हैं। दरअसल हाल ही में नासा ने शनि के उत्तरी ध्रुव क्षेत्र पर स्थित डांसिंग लाइट्स की तस्वीर शेयर की है। इसमें ये लाइट्स डांस करते नजर आ रहे हैं। उसी के बाद ये माजक निकला था कि शनि नाराज हैं और तांडव कर रहे हैं।
खैर, मजाक को एक तरफ रख दें तो शनि की ये सारी तस्वीरें कई सारी चीजों की पुष्टि करती है।
नासा ने शेयर की तस्वीरें
नासा ने हब्बल स्पेस टेलीस्कोप से शनि ग्रह के उत्तरी ध्रुव क्षेत्र पर डांसिंग लाइट्स या ऑरोराज़ (ध्रुवों पर उत्पन्न होने वाली प्रकाशीय परिघटना) की तस्वीर शेयर की है। ऊर्जावान सौर हवा के कारण बनने वाली शनि ग्रह की ये डांसिंग लाइट्स सिर्फ अल्ट्रावॉयलेट प्रकाश में देखी जा सकती हैं जबकि पृथ्वी पर लोग इसे आसानी से देख सकते हैं।
कैसिनी अंतरिक्ष यान ने भेजी थी ये तस्वीरें
नासा ने हाल में जो शनि की तस्वीरें शेयर की है उसे कैसिनी अंतरिक्ष यान ने शनि से भेजी थी। कैसिनी यान का पृथ्वी से प्रक्षेपण 1997 में किया गया था जिसमें शनि के इर्द-गर्द कक्षा (ऑर्बिट) में घूमने वाला एक कृत्रिम उपग्रह और शनि के सबसे बड़े चंद्रमा टाइटन पर उतरना वाला एक यान शामिल थे। यह मिशन 2004 से हमारे सौर मंडल के दूसरे सबसे बड़े ग्रह शनि का अध्ययन कर रहा है।
कैसिनी में एक यान ‘होयगेन्स’ नाम का था जो 2005 में वह मुख्य कैसिनी यान से अलग होकर शनि के सबसे बड़े चंद्रमा टाइटन पर उतरा था। इस पूरे प्रोजेक्ट में नासा के 24960 करोड़ रुपये खर्च हुए थे।
जलवायु के अध्ययन में की मदद
इस यान ने शनि के जलवायु का अध्ययन करने में काफी मदद की है। मिशन के विशेषज्ञों को इस मौसम के कारण और ज्यामिती को अनुकूल तरीके से दिखाने की कैसिनी की कोशिश से इस ग्रह की जलवायु का अध्ययन करने में मदद मिली है। कैसिनी द्वारा ली गई एक तस्वीर में शनि के वलयों का, 51 डिग्री की उंचाई से वह हिस्सा नजर आ रहा है जिस पर सूर्य की रोशनी पड़ रही है। इन्हीं तस्वीरों में ऐसा लग रहा है कि लाइट्स वहां डांस कर रहे हैं।
चमकती हुई नजर आ रही है धारा
इस तस्वीर में एक धारा चमकती हुई नजर आ रही है जो षटकोणीय आकार में है। यह तस्वीर नौ सितंबर 2016 को शनि से करीब 12 लाख किमी की दूरी से ली गई थी। नासा ने बताया कि तस्वीर में शनि का वह हिस्सा अंधकारमय दिख रहा है जहां बादल बेहद नीचे हैं। यह हिस्सा षटकोणीय भाग के अंदर का है।
मिशन के विशेषज्ञों को कैसिनी की इन तस्वीरों के कारण वहां क जलवायु का अध्ययन करने में काफी मदद मिली है। लेकिन अब कैसिनी खत्म हो गया है और नासा उसके द्वारा भेजी गई तस्वीरों से ही आगे की रिसर्च जारी रखा हुआ है।
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) दुनिया में सबसे लोकप्रिय टी20 क्रिकेट लीग में से एक है,…
दुनिया मे सबसे ताकतवर चीज है हमारी सोच ! हम अपनी लाइफ में जैसा सोचते…
सूर्य ग्रहण 2020- सूर्य ग्रहण कब है, सूर्य ग्रहण कब लगेगा, आज सूर्य ग्रहण कितने…
कोरोना महामारी के कारण देश के देश बर्बाद हो रही हैं, इंडस्ट्रीज ठप पड़ी हुई…
दुनियाभर के 200 देश आज कोरोना संकट से जूंझ रहे हैं, इस बिमारी का असर…
वैसे तो गांधी परिवार पूरे विश्व मे प्रसिद्ध है और उस परिवार के हर सदस्य…